हरियाणा के चुनाव नतीजों ने झारखंड में भाजपा को ‘अलर्ट मोड’ में ला दिया है. पिछले विधानसभा चुनाव में मुख्य विपक्षी दल झारखंड विकास मोर्च (झाविमो) के 6 विधायकों को तोड़कर किसी तरह सरकार बनाने में सफल रही भाजपा इस बार किसी भी हाल में बहुमत के आंकड़े को छूना चाहती है.
भाजपा ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राज्य के विधानसभा चुनाव प्रभारी ओम माथुर को इस मोर्चे पर बीते अगस्त से ही लगा रखा है. झारखंड में इस साल हुए लोकसभा चुनाव में भले ही 14 में से 12 सीटें राजग को मिलीं, मगर पार्टी विधानसभा चुनाव को लेकर किसी तरह के मुगालते में नहीं है. पार्टी का मानना है कि हरियाणा की सभी 10 लोकसभा सीटों पर स्वीप करने के बाद भी जब विधानसभा चुनाव में बहुमत नहीं मिल पाया तो फिर झारखंड को लेकर भी ‘अति आत्मविश्वास’ का शिकार होना ठीक नहीं.
भाजपा में चुनाव प्रबंधन से जुड़े एक नेता ने कहा, ‘भाजपा इस मामले में खुशनसीब है कि उसे कोई न कोई चुनाव नतीजा आगे के लिए, समय रहते रेड अलर्ट कर देता है, जिससे आगे की रणनीतिक चूकों को दूर करने में मदद मिलती है. हरियाणा के चुनाव नतीजे देखकर पार्टी ‘फुलप्रूफ प्लान’ पर काम कर रही है. इसे धरातल पर उतारने के लिए संगठन के ऐसे मंझे हुए नेताओं की टीम उतारी जाएगी, जिन्हें झारखंड के मिजाज की बारीक समझ होगी.’