मौसम का मिजाज बदलते ही शनिवार को दिल्ली की हवा साफसुथरी हो गई। बीते 72 घटों में 143 अंकों के सुधार के साथ हवा की गुणवत्ता बेहद खराब से औसत दर्जे पर दर्ज की गई। रविवार को भी इसमें बड़ा बदलाव होने का अनुमान है। 21 अक्तूबर से एक बार फिर हवा में खराबी आ सकती है। हालांकि, अक्तूबर के आखिर में एक बार मौसम करवट लेगा। इससे इस माह वायु प्रदूषण का स्तर नियंत्रित रहेगा।
इससे पहले सफर का अनुमान था कि शनिवार को दिल्ली के प्रदूषण में हरियाणा व पंजाब के पराली के धुएं का हिस्सा करीब 17 फीसदी रहेगा। लेकिन शुक्रवार शाम की बारिश से पैदा हुई नमी से आंकड़ा शून्य पर पहुंच गया। शनिवार को पराली का धुंआ दिल्ली नहीं पहुंच सका।
वहीं, स्थानीय प्रदूषण पर भी मौसम ने असर डाला। सतह पर चलने वाली हवा की चाल तेज होने व हल्की बारिश से वातावरण धुल गया। इससे शनिवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक औसत दर्जे में प्रवेश कर गया।
बीते चार दिनों में इसमें 143 अंकों की गिरावट दर्ज की गई है। 16 अक्तूबर का वायु गुणवत्ता गुणवत्ता 304 रिकॉर्ड किया गया था। इसके बाद मौसम धीरे-धीरे बदलने से इसमें सुधार आता गया। सबसे बेहतर असर पश्चिमी विक्षोभ ने पैदा हुई मौसमी हलचल का रहा। सतह पर चलने वाली तेज हवाओं से दिल्ली का प्रदूषण छंट गया।