भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का आखिरी मुकाबला यहां के जेएससीए स्टेडियम में होना है। सीरीज को 2-0 से अपने नाम कर चुकी भारतीय टीम साउथ अफ्रीका का सूपड़ा साफ करना चाहेगी। वहीं, मेहमान टीम साउथ अफ्रीका की निगाहें आइसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में जीत का खाता खोलने पर होंगी।
कगिसो रबाडा से उम्मीदें
दूसरे टेस्ट में क्षेत्ररक्षण के दौरान चोटिल होकर तीसरे टेस्ट से बाहर हुए केशव महाराज की कमी दक्षिण अफ्रीका अपने तेज गेंदबाजों कगिसो रबाडा, लुंगी नगिदी, वर्नोन फिलेंडर और एनरिक नोर्तजे से पूरी करेगा। 2017 में जेएससीए स्टेडियम में भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच हुए एकमात्र टेस्ट मैच में मेहमान टीम के तेज गेंदबाजों ने भारतीय टीम के लिए मुश्किल खड़ी की थी।
ये है यहां का भूतकाल
भारतीय टीम एक ही पारी बल्लेबाजी कर सकी थी और उसमें ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज पैट कमिंस ने चार और ओकीफ ने तीन विकेट लिए थे जबकि स्पिन गेंदबाज नाथन लियोन को दो सफलता मिली थी। उसी को देखते हुए केशव महाराज की अनुपस्थिति में दक्षिण अफ्रीकी कप्तान फाफ डुप्लेसिस तीसरे टेस्ट में अपना दांव रबाडा, नगिदी, फिलेंडर पर लगाए तो गलत नहीं होगा।
बाउंसर होगा रबाडा का हथियार
बुधवार को अभ्यास के दौरान डुप्लेसिस ने नगिदी व रबाडा से लंबे स्पैल कराए। साथ ही उन्हें बाउंसर फेंकने का इशारा भी किया। इससे यह स्पष्ट हो गया कि रांची टेस्ट में भारतीय बल्लेबाजों का मेहमान टीम के गेंदबाज बाउंसर से टेस्ट लेंगे। पहले दो टेस्ट मैच में केशव महाराज के साथ मुथुस्वामी भारतीय बल्लेबाजों पर दबाव नहीं बना पाए थे।
बुधवार को जॉर्ज लिंडे ने भी जमकर गेंदबाजी की। इस बायें हाथ के इस स्पिन गेंदबाज को रांची में मौका मिल सकता है। अब देखना ये है क्या साउथ अफ्रीकाई टीम के गेंदबाज वापसी करेंगे और भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया की तरह रांची की पिच पर परेशान कर पाएंगे। ऐसा कम लगता है क्योंकि रोहित शर्मा से लेकर रवींद्र जडेजा तक सभी बल्लेबाज फॉर्म में हैं।