जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बावजूद पत्थरबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है. 5 अगस्त से लेकर अब तक जम्मू-कश्मीर में 300 से ज्यादा बार पत्थरबाजी की घटनाएं सामने आ चुकी हैं. हालांकि सुरक्षा बल लगातार घाटी में हालात सामान्य होने का दावा कर रहा है.
सुरक्षा बलों के इंटरनल डॉक्यूमेंट के विश्लेषण में यह बात सामने आई है, जो जम्मू-कश्मीर प्रशासन के दावे से अलग तस्वीर पेश करती है. इस दस्तावेज में यह भी कहा गया कि पत्थरबाजी की इन घटनाओं में करीब 100 सुरक्षाकर्मी घायल हुए हैं. इनमें से 89 सुरक्षाकर्मी सीआरपीएफ के हैं.
सीआरपीएफ के एक शीर्ष अधिकारी ने बातचीत में कहा कि पत्थरबाजी इतनी घटनाएं हो सकती हैं, लेकिन साल 2016 के मुकाबले प्रदर्शनकारियों की संख्या बेहद कम है.