कानपुर : इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन द्वारा संचालित देश की पहली निजी ट्रेन तेजस शुक्रवार को अपने पहले सफर पर निकली। लखनऊ से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने सुबह 9ः30 बजे हरी झंडी दिखाकर गाड़ी को रवाना किया। लखनऊ से कानपुर आने वाले यात्रियों ने ट्रेन की खासियत को लेकर काफी सराहना की और गाड़ी को रेलवे इतिहास में मील का पत्थर बताया। इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कार्पोरेशन द्वारा चलाई गई देश की पहली निजी ट्रेन तेजस को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हरी झंडी देकर लखनऊ से रवाना किया। साढ़े नौ बजे लखनऊ से चली तेजस 11 बजे कानपुर सेन्ट्रल स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर नौ पर पहुंची। तेजस एक्सप्रेस ट्रेन को देखने के लिए स्टेशन पर यात्रियों में उत्सुकता दिखाई दी।
लखनऊ से कानपुर आने वाली महिला यात्री इंदु ने बताया कि तेजस में सब कुछ बहुत अच्छा है, लेकिन वाई-फाई की सुविधा ठीक नहीं है। उनका कहना है कि तेजस में सफर करके गुड फील का अनुभव रहा। इसी तरह से कई अन्य यात्रियों ने अपनी लखनऊ से कानपुर के बीच के सफर को बेहतर व इसे रेलवे के इतिहास में मील का पत्थर बताया। सेन्ट्रल स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर नौ पर तेजस एक्सप्रेस आने से पूर्व आरपीएफ व जीआरपी कर्मी पूरी तरह मुस्तैद रही। गाड़ी के आने तक आरपीएफ पोस्ट कमांडर प्रदुमन कुमार ओझा अपने अधीनस्थ कर्मियों को दिशा निर्देश देते रहें। स्टेशन अधीक्षक आरएनपी त्रिवेदी ने बताया कि वंदे भारत से ज्यादा आधुनिक सुविधाएं तेजस में है। तेजस में वाई-फाई की सुविधा, ऑटोमैटिक डोर क्लोजिंग की सुविधा दी गई है। इसके साथ ही उसके अन्दर मिलने वाली यात्री सुविधाएं सफल को और भी आनंददायक बना रही है।