बिहार में पिछले चार दिनों से हो रही भारी बारिश ने लोगों को बेहाल कर रखा है। बारिश और बाढ़ से अबतक 29 लोगों की मौत हो चुकी है। पटना में कुछ इलाकों को छोड़ दिया जाए तो पूरी राजधानी में जलजमाव और बाढ़ जैसी स्थिति है। सड़कों पर गाड़ियों की जगह नाव नजर आ रहे हैं। प्रदेश के 14 जिलों में रेड अलर्ट घोषित है।
पटना में नेता और मंत्रियों के आवास तक में पानी भरा हुआ है। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी तीन दिन से अपने पुश्तैनी घर में फंसे हुए थे, जिनका सोमवार की दोपहर रेस्क्यू कराया गया।बारिश और बाढ़ प्रभावित जिलों में स्कूल-कॉलेजों में छुट्टी कर दी गई है। नीतीश सरकार ने रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए वायुसेना से दो हेलिकॉप्टर मांगे हैं। साथ ही शहर से पानी निकालने के लिए कोयला मंत्रालय से पंप भी मांगा है। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के अनुसार, वायुसेना का एक हेलिकॉप्टर पटना पहुंच चुका है।
मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून के सक्रिय होने के साथ ही बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, जिसका असर बिहार में दिख रहा है। बिहार के भागलपुर, खगड़िया, कटिहार, सुपौल, अररिया, किशनगंज, बांका, समस्तीपुर, मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया, दरभंगा, वैशाली और मुंगेर को रेड कैटगरी में रखा गया है। इसके अलावे अन्य कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है।