द्वारका सेक्टर-8 स्थित मेट्रो स्टेशन के बेसमेंट में उस समय अफरातफरी मच गई, जब कर्मचारियों की नजर फन फैलाए करीब चार फीट लंबे कोबरा सांप पर पड़ी। यह कोबरा बेसमेंट में रखे कबाड़ के बीच में बैठा था। कर्मचारियों ने फौरन इसकी सूचना अधिकारियों व वाइल्ड लाइफ को दी। वाइल्ड लाइफ की ओर से आए दो कर्मचारियों ने कोबरा को सुरक्षित बाहर निकाला और उसे कंटेनर में रखकर सुरक्षित स्थान पर ले गए।
मेट्रो ने की घटना की पुष्टि
दिल्ली मेट्रो के अधिकारियों ने बताया कि यह घटना बेसमेंट के स्टोर रूम की है। उन लोगों ने फौरन तत्परता दिखाई और संबंधित विभाग को सूचना दी। वहीं, वाइल्ड लाइफ के अधिकारियों का कहना है कि हमलोग दिल्ली मेट्रो के कर्मचारियों की ओर से दिखाई गई सतर्कता की प्रशंसा करते हैं।
चार जहरीली प्रजातियों में एक था यह सांप
अधिकारियों ने कहा कि यह कोबरे की चार जहरीली प्रजातियों में से एक है। इस कोबरे का नाम नाजा नाजा है। इसे इंडियन वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट 1972 के तहत संरक्षण मिला हुआ है।
मायापुरी में भी दिखा कोबरा
वहीं मायापुरी डिपो के कर्मियों की समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अभी तक जलजमाव व मच्छरों से परेशान थे। दो दिन पहले डिपो के एक कर्मचारी को परिसर में कुत्ते ने काट लिया। कुत्ते विश्राम घर में बैठे रहते हैं। मंगलवार सुबह उसी विश्राम घर में कोबरा निकल आया। ऐसे में कर्मियों के अंदर डर का माहौल है। उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि वे सुरक्षित कहां हैं।
कुत्ते ने काटा था तीन दिन पहले
डीटीसी कर्मचारी यूनियन के कार्यकारिणी अध्यक्ष मनोज शर्मा ने कहा कि तीन दिन पहले इस डिपो में गया था, वहां पर एक कुत्ते ने काट लिया। समीप के अस्पतालों में रेबीज का इंजेक्शन तक नहीं मिला। मंगलवार को डिपो के विश्राम घर में गया तो वहां चार फीट का कोबरा सांप दिखा। इस तरह के असुरक्षा के माहौल में कर्मचारियों का जीना मुहाल हो गया है।