राजधानी में जल्द ही निजी वाहनों (कारों) के लिए भी रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआइडी) टैग अनिवार्य किया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) से सोमवार को मिले निर्देश के बाद पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण एवं संरक्षण प्राधिकरण (ईपीसीए) ने तीनों नगर निगमों के साथ मिलकर इस दिशा में विचार-विमर्श शुरू कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने 30 सितंबर तक ईपीसीए से एक्शन प्लान जमा करने को कहा है।
दिल्ली में बढ़ती पार्किंग समस्या का निकलेगा हल
पत्रकारों से बातचीत में ईपीसीए सदस्य सुनीता नारायण ने बताया कि इस व्यवस्था के जरिए दिल्ली में पार्किंग की बढ़ती समस्या को हल करने का प्रयास किया जा रहा है। पहले चरण में योजना की शुरुआत तीनों नगर निगमों की एक-एक कॉलोनी से की जाएगी।
इन कॉलोनियों से होगी शुरुआत
ये कॉलोनियां हैं लाजपत नगर, कमला नगर और कृष्णा नगर। उक्त तीनों ही जगह मॉडल पार्किंग व्यवस्था लागू की जाएगी। इन इलाकों में स्थायी तौर पर रहने वाले लोगों के वाहनों में आरएफआइडी टैग लगाए जाएंगे।
कॉलोनियों में रहने वालों के वाहनों की होगी पहचान
मौके पर मौजूद ईपीसीए अध्यक्ष भूरेलाल ने बताया कि स्थानीय आरडब्लूए के साथ मिलकर आरएफआइडी लगाने के लिए कॉलोनियों के वाहनों की पहचान की जाएगी। यह टैग लगाने से वहां आने वाले वाहनों का डाटाबेस तैयार किया जा सकेगा। इससे वाहनों की गतिविधियों पर भी नजर रखी जा सकेगी और यह भी पता चलेगा कि पार्किंग शुल्क का भुगतान किया गया है या नहीं।