दीपा कर्माकर एक कलात्मक जिम्नास्ट हैं जो कि 2016 ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं के लिए आज का दिन बेहद ख़ास है. आज ही के दिन साल 1993 में उनका जन्म अगरतला में हुआ था. उन्हें दुनिया में गोल्डन गर्ल के नाम से भी जाना जाता है. दीपा जब महज 6 साल की थी, तब ही उनके पिता ने यह सोच लिया था कि वे उन्हें जिम्नास्ट बनाएंगे. आइए जानते हैं इनके बारे में कुछ खास बातें…
साल 2016 में ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में हिस्सा लेने वाली वे पहली भारतीय महिला जिम्नास्ट हैं और पिछले 52 वर्षों में ऐसा करने वाली वे प्रथम भारतीय, पुरुष अथवा महिला, जिम्नास्ट भी हैं. उन्होंने फाइनल में अपनी जगह बनाई और फाइनल में भी वह मामूली से अंतर (0.150) से कांस्य पदक पाने से चूक गईं और चौथे स्थान पर रहीं थी.
52 वर्ष बाद ओलिंपिक में कोई भारतीय जिमनास्ट
जिमनास्ट के रूप में उन्होंने काफी नाम कमाया है. दीपा के रियो ओलिंपिक में भाग लेने और वॉल्ट में फाइनल तक पहुंचने से भारत के लिए यह विशेष गौरवशाली पल हो गया था, क्योंकि 52 वर्ष बाद ऐसा हुआ था, जब कोई भारतीय जिम्नास्ट ओलिंपिक में उतरा हो और उसने ऐसी उपलब्धि हासिल के हो. आजादी के बाद से भारत की तरफ से 11 पुरुष जिम्नास्ट ओलंपिक खेलों में शामिल हुए थे, वह भी 1952 (दो), 1956 (3) और 1964 (6 ) में. तब से कोई भी भारतीय ऐसा नहीं कर सका था.