राज्यसभा में आजाद ने कहा कि यहां के मुसलमानों की तुलना किसी दूसरे मुल्क के मुसलमानों से नहीं करिए, क्योंकि उनमें जो खामियां हैं, वो हमारे देश के मुस्लिमों को नहीं लगनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने क्रिमिनल लॉ के बारे में तो नहीं बोला था, आप गलत कह रहे हैं. सरकार ने क्या अब तक अल्पमत वाले फैसलों को लागू किया है. लिंचिंग के लिए भी कानून बनाने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने कहा था, लेकिन क्या आपने बनाया. कोर्ट के फैसले जब आपको ठीक लगते हैं तो ही आप लाते हैं. आजाद ने कहा कि क्या सुप्रीम कोर्ट के कहने पर जब तीन तलाक खत्म हो गया तो आप किसी बात की सजा दे रहे हैं. तीन तलाक कहने पर कुछ हुआ ही नहीं तो सजा किस बात की.