चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव के दौरान आठ मामलों में वोटर वेरिफायबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपीएटी) पर्ची और इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की विसंगतियों की जांच के लिए सात टीमों का गठन किया है. चुनाव आयोग ने अपने एक ट्वीट में कहा था कि लोकसभा चुनाव में 8 वोटर वेरिएफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपैट) के मिलान में अंतर मिला था, यानी .0004 फीसदी वोटों का मिलान नहीं हो पाया था. हालांकि, चुनाव के तुरंत बाद आयोग ने दावा किया था कि किसी भी वीवीपैट के मिलान में अंतर नहीं मिला.