वर्ल्ड कप के फाइनल में लॉर्ड्स के ऐतहासिक मैदान पर खराब अंपायरिंग देखने को मिला. वर्ल्ड कप के फाइनल में इंग्लैंड की टीम ने न्यूजीलैंड को सुपरओवर में हरा दिया. हालांकि, 50-50 ओवर और फिर सुपरओवर में मुकाबला टाई रहा, लेकिन पारी में ज्यादा बाउंड्री लगाने के आधार पर इंग्लैंड को विजेता घोषित कर दिया गया. जिससे लेकर विशेषज्ञ की और से आलोचना की जा रही है.
इस रोमाचंक फाइनल में जिस बात का जिक्र सबसे ज्यादा हो रहा है वो है ओवरथ्रो के साथ बने 6 रन. लेकिन, अब जो खुलासा इस ओवरथ्रो को लेकर हुआ है वह बहुत चौंकाने वाला है. बेन स्टोक्स के बल्ले से जब थ्रो वाली गेंद बाउंड्री के पार चली गई थी तो बेन स्टोक्स ने माफी मांगते हुए अंपायर्स से 4 एक्स्ट्रा रन नहीं देने की अपील की थी. लेकिन, अंपायर्स ने नहीं मानी. वर्ल्ड कप के फाइनल में न्यूजीलैंड द्वारा दिए गए 242 रन के टारगेट का पीछा करते हुए इंग्लैंड को आखिर की तीन गेंदों पर 9 रन बनाने थे. इसी दौरान बेन स्टोक्स ने ट्रेंट बोल्ट की गेंद को डीप-मिडविकेट पर खेला जहां से मार्टिन गप्टिल ने थ्रो किया तो गेंद रन आउट होने से बचने के लिए डाइव लगाते समय बेन स्टोक्स के बल्ले से लगकर बाउंड्री के पार चली गई.
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि ऐसे में कुमार धर्मसेना ने साथी अंपायर इरासमस से बात कर इंग्लैंड को 6 रन दे दिए, जिसके लिए बेन स्टोक्स ने मना किया था कि उन्हें सिर्फ दो रन दिए जाए, लेकिन नियम के अनुसार ओवरथ्रो के 4 रन और मिल गए. इस तरह मैच से लगभग बाहर हो गई इंग्लैंड की टीम मैच में आ गई और मैच का नतीजा टाई हो गया. इसी बात को लेकर बेन स्टोक्स के टेस्ट टीममेट जेम्स एंडरसन ने कहा है कि स्टोक्स ने माफी मांगी थी और अंपायर से अपने फैसले को वापस लेने की अपील की थी, लेकिन ऐसा हो नहीं सका. नियम कहते हैं कि जब थ्रो वाली गेंद आपके शरीर या बल्ले से लगकर जाती है तो दौड़कर रन नहीं लिए जा सकते, लेकिन बाउंड्री पार जाती है तो रन टीम के खाते में जुड़ते हैं.