भारत को खेलों की दुनिया में महाशक्ति बनाने का संकल्प
इस अवसर पर खेल निदेशक डा.आरपी सिंह ने कहा कि ओलंपिक दिवस का आयोजन इसलिए होता है कि आप इसमें हिस्सा लेकर ओलंपिक मूवमेंट की मजबूती के साथ अपनी खेल भावना को भी बढ़ाए और खेलों की दुनिया में चमके। उन्होंने कहा कि 1948 में ओलंपिक मूवमेंट को आगे बढ़ाने के लिए शुरू किए ओलंपिक डे समारोह की यह 71वीं वर्षगांठ है और पूरी दुनिया में खेलों को आगे बढ़ाने के लिए संकल्प लिए जाते हैं। इसके लिए विभिन्न खेल आयोजन होते हैं। यूपी ओलंपिक एसोसिएशन के महासचिव आनन्देश्वर पाण्डेय ने बताया कि ओलंपिक दिवस 23 जून को मनाया जाता है तथा पूरे सप्ताह विभिन्न खेलों का आयोजन किया जाता है ताकि खिलाड़ियों में पूरे समर्पण के साथ कड़ी मेहनत करने के लिए खेल भावना का विकास हो और वह एक अच्छे खिलाड़ी बनकर उभरे। उन्होंने कहा कि इस दौड के प्रतिभागियों को जो प्रमाणपत्र दिए जा रहे है उन पर अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति के अध्यक्ष थामस बाक और भारतीय ओलंपिक एसोसिएशन के महासचिव राजीव मेहता के हस्ताक्षर है जो आपको आगे बढ़ने की प्रेरणा देंगे।
आयोजन समिति के चेयरमैन सैयद रफत (इंटरनेशनल ताइक्वांडो खिलाड़ी) के अनुसार आप लोग इस संकल्प के साथ कड़ी मेहनत करे ताकि हमारा देश ओलंपिक व अन्य अंतर्राष्ट्रीय आयोजनों में एक महाशक्ति बनकर उभरे। उन्होंने बताया कि पीएम मोदी ने कहा था कि ये न्यू इंडिया है तो आप भी ये संकल्प ले कि ये न्यू इंडिया है जो खेलेगा भी और जीतेगा भी। उन्होंने कहा कि खेलों से एक स्वस्थ भारत के निर्माण में भी मदद मिलेगी। उन्होंने इस अवसर पर आयोजन की रूपरेखा बनाने वाले आनन्देश्वर पाण्डेय की शख्सियत पर एक शेर भी पढ़ा कि “खुदा करें सलामत रहे हिम्मत तेरी।
ये चिराग कई आंधियों पर भारी है।” वहीं इस आयोजन को सफल बनाने के लिए उत्तर प्रदेश ओलंपिक एसोसिएशन और आइकोनिक ओलंपिक गेम्स अकादमी के वालंटियरों की टीम के साथ यूपी एथलेटिक्स एसोसिएशन के सचिव पीके श्रीवास्तव के साथ एसोसिएशन के निर्णायक भी सक्रिय रहे। इस अवसर पर मनीष कक्कड़ (कोषाध्यक्ष, यूपी ओलंपिक एसोसिएशन), विनय सिंह (संयुक्त सचिव, यूपी हैण्डबॉल एसोसिएशन), नवीन दास (संयुक्त सचिव, यूपी हैण्डबॉल एसोसिएशन), यूपी पुलिस में स्पोर्ट्स आफिसर जटाशंकर (ओलंपियन एथलीट), गुलाब चंद (एशियन मेडलिस्ट एथलीट), जितेंद्र यादव (क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी लखनऊ) व स्पोर्ट्स नेटवर्क इंडिया के निदेशक आनंद किशोर पाण्डेय भी मौजूद थे।