दिल्ली में पानी और बिजली संकट पर राजनीति गहरा गई है। भारतीय जनता पार्टी के बाद अब कांग्रेस ने भी दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इस कड़ी में कांग्रेस ने आगामी 18 जून को बिजली-पानी कटौती के खिलाफ दिल्ली की 70 विधानसभाओं में विरोध-प्रदर्शन करने का फैसला किया है।
इससे पहले 12 जून को दिल्ली कांग्रेस प्रदेश कमेटी अध्यक्ष शीला दीक्षित ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की थी। शीला दीक्षित ने बिजली और पानी की समस्या को लेकर केजरीवाल से यह मुलाकात की थी। इससे पहले शीला ने 10 जून को केजरीवाल से मुलाकात का समय मांगा था, लेकिन केजरीवाल ने मुलाकात के लिए बुधवार का समय दिया था।
शीला दीक्षित के मुताबिक, अरविंद केजरीवाल सरकार ने बिजली कंपनियों को फायदा पहुंचाया है। बिजली के फिक्स्ड चार्ज जिसमें दिल्ली विद्युत विनियामक आयोग (DERC) ने पिछले साल मार्च में इजाफा किया था, उससे बिजली कंपनियों को लगभग 7000 करोड़ का फायदा हुआ। कांग्रेस मांग कर रही है कि इस पैसे को दिल्ली की जनता को रिफंड किया जाए।
शीला दीक्षित और कांग्रेस की मांग है कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार लोगों के 6 महीने के बिजली बिल माफ करे जिससे कि उन्हें राहत मिले। कांग्रेस का मानना है कि गर्मी में दिल्ली के लोग बिजली और पानी की समस्या से जूझ रहे हैं, जिसके लिए बिजली बिल माफ कर उन्हें राहत दी जा सकती है।