आईसीसी क्रिकेट वर्ल्डकप 2019 में गुरुवार को वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुए मुकाबले में कैरिबियाई जीती हुई बाजी हार गई. कंगारु टीम ने कैरिबियाई टीम को 15 रन से हराकर टूर्नामेंट में अपनी लगातार दूसरी जीत दर्ज की. इस मैच के टर्निंग प्वाइंट की बात करें तो यह कहना गलत नहीं होगा कि वेस्टइंडीज के धुरंधर बल्लेबाज आंद्रे रसेल को आउट करते ही कंगारु टीम ने मैच कैरिबियाई टीम से छीन लिया था. पूरी टीम को शायद यह पहले से पता था कि आंद्रे रसेल की वो बल्लेबाज है जो मैच की दिशा बदल सकते है और ऐसा रसेल ने किया भी. 36वें ओवर समाप्त होने के बाद जब वेस्टइंडीज के 5 विकेट के नुकसान पर 190 रन तब रसेल ने मैदान पर कदम रखा.
अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के दमपर रसेल ने मैच का रुख मोड़ दिया और वेस्टइंडीज की टीम के स्कोर को 39 ओवर समाप्त होने से पहले 215 पर पहुंचा दिया था. 39वें ओवर में मिचेल स्ट्राक की चौथी बॉल पर लगाए गए करारे शॉट को बाउंड्री पार पहुंचाने के बाद पांचवी गेंद पर रसेल ने एक बार फिर बड़ा शॉट खेलना चाहा, लेकिन वह गेंद सही जज नहीं कर सके और बॉल बल्ले के बीच में न आकर हवा में खड़ी हो गई. शॉट इतना ऊंचा था कि प्वाइंट पॉजिशन पर खड़े ग्लेन मैक्सवेल पूरा घूम गए. बॉल सर्कल के बाहर और बाउंड्री से पहले के हिस्से की तरफ हवा में थी…मैक्सवेल भी पूरा घूमकर उल्टी दिशा में दौड़ने लगे
विपरीत दिशा में तेज़ी से दौड़ने के बावजूद भी मैक्सवेल ने अपनी नजरें गेंद से नहीं हटाई. हवा में लहरती गेंद और आंद्रे रसेल जैसे बल्लेबाज का विकेट लेने के मौके पर ऑस्ट्रेलियाई फैन सोच रहा था कि कैच कैसे होगा…लेकिन मैक्सवेल ने अपनी टीम के लिए कैच पकड़कर ना सिर्फ बड़ी कामयाबी दिलाई…बल्कि आज से 36 साल पुराने एक लम्हें को फिर से ताजा कर दिया.
बता दें कि साल 1983 में हुआ क्रिकेट वर्ल्डकप के फाइनल में भारतीय टीम ने वेस्टइंडीज को 60 ओवरों में 184 रनों का लक्ष्य दिया था. लेकिन वेस्टइंडीज की टीम 52 ओवरों में मात्र 140 रनों पर ही सिमट गई. इस मैच का टर्निंग प्वाइंट लोग कपिल देव की उस कैच को मानते हैं जो उन्होंने वैस्टइंडीज के दिग्गज बल्लेबाज विवियन रिचर्ड्स की लपकी थी. रिचर्ड्स बेहद खतरनाक अंदाज में बैटिंग कर रहे थे. उन्होंने मात्र 28 बॉल पर 33 रन बना लिए थे जिसमें 7 चौके शामिल थे. तेजी से खेल रहे रिचर्ड्स ने मदन लाल की गेंद पर एक और बड़ा शॉट लगाने का प्रयास किया और बॉल सर्कल के बाहर हवा में थी…
मिड ऑन पर खड़े कपिल देव ने हवा में लहरा रही बॉल के पीछे उल्टी दौड़ लगाते हुए अपनी नजरें गेंद पर बनाई हुई थी. उस पल पूरी दुनिया की नजरें इस कैच पर थी, क्यों हर कोई जानता था कि यह कैच मैच विनिंग है. कपिल देव ने करीब 20 गज उल्टा दौड़ते हुए इस कैच को लपका और रिचर्ड्स की पारी समाप्त हो गई. रिचर्ड्स ने मैच में वेस्टइंडीज की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाए थे.
आंद्रे रसेल का कैच क्यों था जरूरी
ऑस्ट्रेलिया के 289 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी वेस्टइंडीज टीम ने एक समय में मैच में अपनी इतनी पकड़ बना ली थी कि ऑस्ट्रेलियाई फैन्स स्टेडियम के खेमे में शांति पसरी रही. दरअसल जिस समय कैरिबियाई टीम को जीत के लिए 99 रन चाहिए थे और उनके पांचवें खिलाड़ी (शाई होप 68) आउट हुए तो मैदान में वो खिलाड़ी आया जिसका सभी क्रिकेट फैन्स इंतजार कर रहे थे. जी हां ये वो समय था जब वेस्टइंडीज के धुरंधर बल्लेबाज आंद्रे रसेल क्रीज पर पहुंचे.
वेस्टइंडीज की पारी में 37 ओवर समाप्त होने के बाद स्कोरबोर्ड पर 5 विकेट के नुकसान पर 198 रन थे. 38वां ओवर फेंकने के लिए एक बार फिर ऑस्ट्रेलियाई लेग स्पिनर एडम जांपा आए. क्रीज पर जमे हुए कैरिबियाई कप्तान होल्डर ने जांपा की पहली गेंद पर सिंगल (1 रन) लेकर स्ट्राइक आंद्रे रसेल को दी. इससे पहले 36वें ओवर में जांपा की गेंद को रसेल ने डॉट (बिना कोई रन) किया था. लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ. इस बार (38वें ओवर) रसेल ने जो किया वो अभी तक इस वर्ल्डकप में नहीं हुआ था. जांपा ने दूसरी डिलीवरी फ्लाइटेड कर दी और मानों रसेल के लिए ये गिफ्ट जैसा था. टी-20 के इस धुरंधर बल्लेबाज ने खड़े खड़े ही ऐसा शॉट लगाया कि बॉल सीधे स्टेडियम के बाहर पहुंच गई.
इस छक्के साथ ही वेस्टइंडीज टीम का स्कोर 205 पहुंच गया और इसके तीसरी बॉल रसेल ने डॉट की और चौथी बॉल रसेल ने फिर फ्लाइटेड दी और रसेल ने निकलकर एक और लंबा शॉट मारा. दर्शकों ने इस शॉट को छक्का बताया लेकिन थर्ड अंपायर से पूछने पर बॉल बाउंड्री लाइन के बिलकुल करीब गिरी थी. यहां जांपा ने शुक्र मानाया होगा कि छक्का नहीं लगा.
अंपायर ने चौका करार दिया. इस समय मैच में वेस्टइंडीज टीम के हाथ में दिख रहा था. क्योंकि स्कोरबोर्ड पर 209 रन थे और क्रीज पर जमे हुए कप्तान होल्डर और आक्रामक अंदाज में खेल रहे रसेल थे. जांपा की पांचवी बॉल पर रसेल ने फिर बड़ा शॉट लगाने की कोशिश की लेकिन वह चूक गए और कोई रन नहीं बना. इस ओवर में जांपा की आखिरी बॉल पर रसेल ने फिर सिंगल लिया और 38वें ओवर वेस्टइंडीज टीम का स्कोर 5 विकेट पर 210 रन पहुंच गया.
इसके बाद अगले ओवर में रसेल ने मिचेल स्ट्राक को भी एक चौका लगाया लेकिन अगली ही गेंद पर छक्का लगाने की कोशिश करते रसेल आउट हो गए. आंद्रे रसेल ने अपनी पारी में 11 बॉल पर 15 रन बनाए जिसमें 1 छक्का और 2 चौके शामिल थे.
इस रोमांचक मुकाबले में आस्ट्रेलिया ने वेस्टइंडीज को 15 रन से हराकर लगातार दूसरी जीत दर्ज की. आस्ट्रेलिया के 289 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए वेस्टइंडीज की टीम स्टार्क (46 रन पर पांच विकेट) और पैट कमिंस (41 रन पर दो विकेट) की धारदार गेंदबाजी के सामने नौ विकेट पर 273 रन ही बना सकी. वेस्टइंडीज की ओर से शाई होप (68), कप्तान जेसन होल्डर (51) और निकोलस पूरण (40) ने उम्दा पारियां खेली लेकिन टीम को जीत नहीं दिला सके.
The @windiescricket put on a show with boundaries and maximums flowing from the bats of Shai Hope (68), Jason Holder (51), plus one of the biggest sixes you'll ever see by Andre Russell! 💪#MenInMaroon #CWC19 pic.twitter.com/ehRT2Xs0WG
— ICC (@ICC) June 6, 2019