इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में शनिवार को दो मैचों में उम्मीद थी कि प्लेऑफ की जंग का रोमांच बढ़ेगा और ऐसा ही हुआ. पहले मैच में दिल्ली और राजस्थान के बीच हुए मैच में राजस्थान ने हारकर खुद को प्लेऑफ की दौड़ से बाहर कर दिया तो वहीं दूसरे मैच में बेंगलुरू ने हैदराबाद को दूसरी टीमों पर निर्भर कर दिया. अब प्लेऑफ की चौथी टीम का फैसला लीग के आखिरी मैच से होगा. वहीं दिल्ली की जीत ने उसकी प्लेऑफ की टॉप टीम बनने की उम्मीद जगाए रखी है.
आखिरी मैच में होगा फैसला
प्लेऑफ की जंग इस सीजन में जितनी तेज रही वह आईपीएल इतिहास में कम ही देखने को मिली है. शनिवार के मैचों के पहले राजस्थान के पास मौका था कि वह प्लेऑफ में बनी रह सकती थी. वहीं हैदराबाद एक जीत से प्लेऑफ की चौथी आराम से बन सकती थी. लेकिन अब समीकरण बदल तो गए हैं, लेकिन चौथी टीम का फैसला मुंबई और कोलकाता के बीच रविवार का मुकाबला ही तय कर पाएगा.
अभी क्या है चौथे स्थान के लिए हाल
चौथे स्थान की बात की जाए तो बेंगलुरू के बाद प्लेऑफ से बाहर होने वाली राजस्थान दूसरी टीम बन गई है. 14 मैचों में उसके भी बेंगलुरू की तरह 11 अंक ही रह गए हैं. वहीं कोलकाता और हैदराबाद के 12 अंक हैं, लेकिन कोलकाता का एक मैच होना बाकी है. यह मैच जीतकर वह सीधे प्लेऑफ में जगह बना सकती है. उसे प्लेऑफ में जाने के लिए मुंबई को उसी के घर में हर हाल में हराना होगा. वहीं पंजाब का भी एक मैच होना है, लेकिन उसके केवल 10 अंक हैं. चेन्नई के खिलाफ बड़ी जीत के साथ उसके कोलकाता की हार की भी दुआ करनी होगी इससे उसके 12 अंक हो जाएंगे और उसे हैदराबाद और कोलकाता से नेट रनरेट से फैसला करना होगा.
तो फिर क्या है नेट रनरेट का गणित
हैदराबाद के 14 मैचों में 12 अंकों के साथ +0.577 हैं, वहीं कोलकाता का नेट रनरेट +0.173 ही है. ऐसे में अगर कोलकाता मुंबई के खिलाफ मैच हार जाती है तो वह हैदराबाद से नेट रनरेट के कारण अपने आप बाहर हो जाएगी क्योंकि हारने पर उसका नेट रनरेट हैदराबाद से कम ही होगा. वहीं जीत उसके अंक हैदराबाद और पंजाब से ज्यादा कर देगी और वह अपने आप बिना नेट रनरेट की लड़ाई के प्लेऑफ में पहुंच जाएगी. इस समय पंजाब का नेट रनरेट भी कोई अच्छा नहीं है. वह -0.351 रनरेट के साथ फिलहाल अंतिम स्थान पर है. लेकिन चेन्नई के खिलाफ परिणाम बताएगा कि अगर वह जीती है तो किस नेट रनरेट से. वही नेट रनरेट उसके प्लेऑफ में जगह दिला सकता है, लेकिन यह बहुत ही मुश्किल है.
टॉप टीमों का भी तो होना है फैसला
इस समय चेन्नई की टीम 13 मैचों में 18 अंकों के साथ टॉप पर है, लेकिन उसका नेट रनरेट +0.209 ही है. वहीं दिल्ली के 14 मैचों में 18 अंक हैं और वह +0.044 के नेट रनरेट के कारण दूसरे स्थान पर है. तीसरे स्थान पर मुंबई की टीम को एक मैच खेलना है. उसका नेट रनरेट +0.321 है. अगर चेन्नई अपना मैच पंजाब से जीत जाती है तो वह तो टॉप पर रहेगी. वहीं मुंबई को दूसरे स्थान के लिए अपना मै हर हाल में जीतना होगा. चेन्नई की हार उसे शीर्ष पर पहुंचा सकती है. लेकिन अगर चेन्नई के साथ मुंबई भी अपना मैच हार जाती है तो दिल्ली को टॉप पर आने का मौका मिल जाएगा.
अभी प्लेऑफ की चार टीमों के बारे में इतना कहा जा सकता है कि चेन्नई, दिल्ली और मुंबई तो प्लेऑफ की टीमें हैं लेकिन इनमें टॉप दो कौन सी हैं यह तय नहीं हुआ है. वहीं चौथे स्थान के लिए हैदराबाद और कोलकाता में मुकाबला है. इसके साथ एक बहुत ही मुश्किल गणित पंजाब को भी प्लेऑफ में पहुंचा सकता है.