घर पर बहू के आने की खुशियां थीं। महिलाएं बरात से लौट रहे रिश्तेदारों के लिए खाना बना रही थीं। तभी पास रखे सिलेंडरों में आग लग गई। आग से दो सिलेंडर फट गए और छप्पर में आग लग गई। छप्पर गिरते ही खाना बना रहीं महिलाएं दब गई, जिसमें दूल्हे की मां व ममेरी बहन की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि मोहल्ले की दो अन्य महिलाएं गंभीर रूप से झुलस गईं। उन्हें सैफई रेफर किया गया है।
एरवाकटरा क्षेत्र के गांव चिकटा निवासी श्यामसुंदर शर्मा के बड़े बेटे महेश शर्मा की बरात गुरुवार का कानपुर देहात के रूरा गई थी। घर पर दो बड़े व चार छोटे सिलेंडर रखे थे। शुक्रवार सुबह बहू को लेकर बरात लौटनी थी। बरातियों के लिए घर और मोहल्ले की महिलाएं भट्ठी में खाना बना रही थी। वहीं पास में ही सिलेंडर रखे थे। तभी भट्ठी से निकली चिंगारी दूसरे सिलेंडर पर जा गिरी। बस फिर क्या था आग पकड़ते ही दो छोटे सिलेंडर फट गए और वे घर पर रखे छप्पर से जा टकराए। इससे छप्पर में आग लग गई और देखते ही देखते छप्पर नीचे आ गिरा। कुछ महिलाएं बचकर भाग निकलीं लेकिन दूल्हे की मां राजबेटी (49) और ममेरी बहन राजरानी (41) निवासी एरवाकटरा छप्पर से नहीं निकल पाई और उनकी मौके पर ही जलकर मौत हो गई।
मोहल्ले वालों ने किसी तरह पड़ोस की रहने वाली सीता देवी पत्नी संगीत कुमार व मिथलेश कुमारी पत्नी राकेश को गंभीर हालत में निकाल कर सीएचसी पहुंचाया, जहां उसे उन्हें सैफई रेफर कर दिया गया। बरात जब गांव आई तो कोहराम मचा हुआ था। दूल्हा गाड़ी से उतरा और मां की मौत देख दहाड़ें मारकर रोने लगा। वहीं कार में बैठी दुल्हन भी हादसा देख स्तब्ध थी। देखते ही देखते खुशी वाले घर में मातम पसर गया।