इंग्लैंड और वेल्स में खेले जाने वाले वर्ल्ड कप के लिए 16 अंपायर और 6 मैच रेफरी के नाम तय कर लिए गए हैं. अंपायरों में भारत के एस. रवि का नाम भी शामिल है. 45 दिनों (30 मई से 14 जुलाई तक) के इस ‘क्रिकेट महाकुंभ’ में दुनिया की शीर्ष 10 टीमें खिताबी जद्दोजहद में हिस्सा लेंगी. टूर्नामेंट में कुल 48 मैच खेले जाएंगे.
ओवल में मेजबान इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के बीच उद्धाटन मैच का संचालन तीन वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य करेंगे. जिसमें मैच रेफरी डेविड बून होंगे, वह एलन बॉर्डर की अगुवाई वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम के सदस्य थे. इस टीम ने 1987 में अपना पहला वर्ल्ड कप खिताब जीता था.
ओपनिंग मैच में कुमार धर्मसेना ऑन-फील्ड अंपायरों में से एक होंगे, जबकि पॉल रीफेल थर्ड अंपायर की भूमिका निभाएंगे. धर्मसेना 1996 की अर्जुन रणतुंगा की चैम्पियन श्रीलंकाई टीम में शामिल थे. रीफेल ऑस्ट्रेलिया के स्टीव वॉ की उस टीम में थे, जिसने 1999 का वर्ल्ड कप जीता था. ब्रूस ऑक्सनफोर्ड दूसरे ऑन-फील्ड अंपायर होंगे. साथ ही जोएल विल्सन मैच के लिए चौथे अधिकारी होंगे.
मैच रेफरी: क्रिस ब्रॉड, डेविड बून, एंडी पायक्रॉफ्ट, जेफ क्रो, रंजन मदुगल, रिची रिचर्डसन
अंपायर: अलीम डार, कुमार धर्मसेना, एम. इरासमस, क्रिस गफाने, इयान गोल्ड, रिचर्ड इलिंगवर्थ, रिचर्ड केटलबोरो, नाइजल लॉन्ग, ब्रूस ऑक्सेनफोर्ड, सुंदरम रवि, पॉल रीफेल, रॉड टकर, जोएल विल्सन, माइकल गफ, रुचिरा पल्लियागुरुगे, पॉल विल्सन
सबसे अनुभवी मैच रेफरी मदुगल अपने छठे विश्व कप में भाग लेंगे, जबकि ब्रॉड और क्रो के लिए चौथा विश्व कप होगा. डार अपने पांचवें विश्व कप में अंपायरिंग करेंगे. गोल्ड के लिए चौथा और आखिरी वर्ल्ड कप होगा. उन्होंने टूर्नामेंट के बाद संन्यास की घोषणा की है. 1983 विश्व कप में इंग्लैंड के विकेटकीपर रहे 61 साल के गोल्ड ने अब तक 74 टेस्ट, 135 वनडे इंटरनेशनल और 37 T20I में अपना योगदान दिया है.