महेन्द्र सिंह धोनी मैदान में हो और वो कोई कारनाम न करें ऐसा हो ही नहीं सकता. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए आईपीएल के 12वें सीजन के मैच में हैदराबाद को 6 विकेट से हराकर प्वॉइंट टेबल में टॉप स्थान हासिल कर लिया. इसी के साथ महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की कप्तानी वाली चेन्नई 16 अंक हासिल कर प्लेऑफ में पहुंचने वाली मौजूदा सीजन की पहली टीम बन गई है. टीम के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी और ओपनर बल्लेबाज शेन वॉटसन की 96 रन की पारी ने चेन्नई की जीत में अहम योगदान निभाया.
खेल के मैदान में धोनी के निर्णयों को लेकर पूरी दुनिया में चर्चा होती है और अक्सर वो ऐसे कदम उठाते हैं जिससे विरोधी टीम के साथ साथ उनकी टीम भी आश्चर्य में पड़ जाती है. धोनी जब स्टंप के आगे होते है तब तो वो अपने बल्ले से विरोधी टीम के छक्के छुड़ाते ही हैं लेकिन स्टंप के पीछे से भी वे विरोधियों के छक्के छुड़ाने में कसर नहीं छोड़ते. पूरी दुनिया धोनी की स्पीड की कायल है और शायद ही कोई ऐसा विकेट कीपर हो जो स्टंप के पीछे हाथों की स्पीड में धोनी को पीछे छोड़ सके. अगर धोनी विकेट कीपर हों और बल्लेबाज कोई छोटी सी भी गलती करे तो उसका बच पाना नामुमकिन है.
मंगलवार को चेन्नई और हैदराबाद के मैच में भी धोनी के हांथो से कुछ ऐसा देखने को मिला जिस पर किसी का भी विश्वास कर पाना मुश्किल है. हैदराबाद के बल्लेबाज डेविड वार्नर एक तूफानी पारी खेल रहे थे और किसी भी गेंदबाज के लिए उन्हें रोक पाना मुश्किल सा प्रतीत हो रहा था. तब ऐसे में धोनी ने उन्हें स्टंप करके पवेलियन का रास्ता दिखाया. यह स्टंपिंग आम स्टंपिंग नहीं थी. वार्नर अपनी टीम के लिए एक अहम पारी खेल रहे थे और वे चेन्नई के लिए काफी आक्रामक रूप धारण कर लिया था तभी हरभजन सिंह 14 ओवर लेकर आए. वार्नर ने हरभजन की पहली दो गेंदों पर दो चौके लगाए लेकिन तीसरी गेंद वो मिस कर बैठे.
गेंद वार्नर के बल्ले को छोड़ते हुए धोनी के दस्तानों में चली गई और धोनी ने उन्हें आउट करने में कोई गलती नहीं की. सबसे आश्चर्य की बात यह है कि धोनी ने वार्नर को स्टंप करने के लिए मात्र 0.20 सेकेंड का ही समय लिया. धोनी के स्टंप करते ही वार्नर पवेलियन की तरफ चल दिए उन्होंने अंपायर के फैसले का भी इंतजार नहीं किया. वार्नर धोनी का रिएक्शन देखकर ही जान गए थे कि अंपायर क्या फैसला देने वाले हैं.