लोकसभा चुनाव-2019 के मद्देनजर कांग्रेस ने दिल्ली की सात में से छह लोकसभा सीटों पर सोमवार को उम्मीवारों को ऐलान कर दिया है। कांग्रेस के महासचिव मुकुल वासनिक द्वारा जारी सूची के मुताबिक, चांदनी चौक से जेपी अग्रवाल, उत्तर पूर्वी दिल्ली से शीला दीक्षित, पूर्व दिल्ली से अरविंदर सिंह लवली, नई दिल्ली से अजय माकन, उत्तर पश्चिमी दिल्ली (सुरक्षित) से राजेश लिलोठिया और पश्चिमी दिल्ली से महाबल मिश्रा उम्मीदवार होंगे। वहीं, दक्षिण दिल्ली लोकसभा सीट से अभी तक कांग्रेस ने कोई भी उम्मीदवार घोषित नहीं किया है।
यहां पर बता दें कि पश्चिमी दिल्ली सीट से पहलवान सुशील कुमार के चुनाव लड़ने की बात कही जा रही थी, लेकिन महाबल मिश्रा ने टिकट हासिल कर अपने कद का अहसास कराया है।
टिकट वितरण के बाद सोमवार को मीडिया से बातचीत में उत्तर पूर्वी दिल्ली से घोषित उम्मीदवार शीला दीक्षित ने कहा- ‘मुझे जो भी जिम्मेदारी मिली है, वह पूरी निष्ठा से पूरा करूंगी। मैं जिस सीट से चुनाव लड़ने जा रही हूं वहां के लोग मुझे और मैं उन्हें बेहतर ढंग से जानते हैं। हमने यहीं से मेट्रो की शुरुआत की थी।’
यहां पर बता दें कि दिल्ली की सातों सीटों के लिए कांग्रेस के उम्मीदवारों की सूची घोषित होने से पहले ही पार्टी में रविवार को जमकर घमासान हुआ। जिन दो नेताओं के टिकट कटने की चर्चा चल रही थी, उनके समर्थकों ने रविवार को अपना आक्रोश भी प्रकट किया। एक प्रत्याशी के समर्थकों ने पार्टी मुख्यालय पर प्रदर्शन किया तो एक के समर्थकों ने आलाकमान राहुल गांधी के घर पर नारेबाजी की थी। प्रदर्शन कर रहे समर्थकों का आरोप था कि पार्टी ने बाहरी नेता को उम्मीदवार बनाया है, जो कि एकदम गलत है। प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि उत्तर पश्चिमी दिल्ली से पूर्व मंत्री राजकुमार चौहान को पार्टी का उम्मीदवार बनाया जाए, जबकि पश्चिमी दिल्ली सीट से पूर्व सांसद महाबल मिश्र को टिकट मिले। वहीं, दबाव काम आया और महाबल मिश्रा को टिकट मिल गया।
इससे पहले दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों के लिए कांग्रेस उम्मीदवारों की सूची का रविवार को दिन भर इंतजार होता रहा, लेकिन, देर रात तक न तो सूची जारी हुई और न ही पार्टी की ओर से देरी के लिए कोई बयान आया। एक बार फिर सारे कयास धरे रह गए।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक दिल्ली के सातों उम्मीदवार शनिवार को ही तय कर दिए गए थे। इनकी सूची पर पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने हस्ताक्षर भी कर दिए थे। रविवार को इनकी घोषणा किए जाने की पूरी उम्मीद थी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। सूत्रों की मानें तो कुछ सीटों की उम्मीदवारी पर फिर से विचार चल रहा है।