लोकसभा चुनाव-2019 के मद्देनजर दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP AADMI PARTY) और कांग्रेस (Congress) के बीच गठबंधन को लेकर शनिवार को बड़ी खबर आई, जिसमें यह तय हो गया कि दोनों पार्टियों में तालमेल नहीं होगा। इसका मतलब कि AAP-कांग्रेस दोनों पार्टियां सातों सीटों पर अपने-अपने उम्मीदावर उतारेंगीं।
आम आदमी पार्टी नेताओं के कहना है कि कांग्रेस दिल्ली में जो भी सीटें लड़ेगी वह बुरी तरह हारेगी, इसलिए हम दिल्ली में कांग्रेस से गठबंधन नही करेंगे।
कांग्रेस से गठबंधन को लेकर अंतिम फैसला लेने की घोषणा करने के लिए उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने पार्टी मुख्यालय में पत्रकार वार्ता की। इस दौरान मनीष सिसोदिया ने कहा कि गठबंधन को लेकर हमने सभी प्रयास कर लिए, मगर कांग्रेस मोदी-अमित शाह की जोड़ी को सत्ता से दूर करने को तैयार नहीं है। हम यह बात बार-बार कह चुके हैं कि AAP का जन्म कांग्रेस के भ्रष्टाचार के चलते हुआ था, मगर जिस तरह का देश में माहौल है उसे दूर करने के लिए मोदी और शाह को जोड़ी को सत्ता से दूर करना जरूरी है।
मनीष सिसोदिया ने साफतौर पर कहा कि हमने कांग्रेस के साथ गठबंधन करने का फैसला लिया था और हमने पहले 33 सीटों पर गठबंधन करने के लिए कांग्रेस से बात की। कांग्रेस नहीं मानी तो हमने 18 सीटों को लेकर बात की, मगर इस पर भी कांग्रेस तैयार नहीं है। अब कांग्रेस इससे भी मुकर गई है। कांग्रेस हरियाणा में किसी तरह गठबंधन करने को तैयार नहीं है। शुक्रवार रात को कांग्रेस ने इस बारे ने हमें संदेश दे दिया है। कांग्रेस केवल दिल्ली में गठबंधन की बात कर रही है। जो हमें मंजूर नहीं है।