कैप्टन कूल एमएस धोनी ने कल रात अपना आपा खो दिया. चेन्नई की पारी के आखिरी ओवर में अंपायर के एक गलत फैसले के खिलाफ धोनी मैदान पर उतर आए
मौजूदा विजेता चेन्नई सुपर किंग्स ने गुरुवार को सवाई मान सिंह स्टेडियम में खेले गए इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 12वें संस्करण के बेहद रोमांचक मैच में राजस्थान रॉयल्स को चार विकेट से हरा दिया. चेन्नई के गेंदबाजों ने पहले राजस्थान को 20 ओवरों में सात विकेट के नुकसान पर 151 रनों पर सीमित कर दिया. राजस्थान के गेंदबाजों ने चेन्नई को इस लक्ष्य को भी हासिल करने के लिए काफी मेहनत कराई लेकिन चेन्नई ने छह विकेट खोते हुए आखिरी गेंद पर यह लक्ष्य हासिल कर लिया.
लेकिन अकसर शांत दिखने वाले कैप्टन कूल एमएस धोनी ने कल रात अपना आपा खो दिया. चेन्नई की पारी के आखिरी ओवर में अंपायर के एक गलत फैसले के खिलाफ धोनी मैदान पर उतर आए और बेहद गुस्से में नज़र आए. जिसकी वजह से धोनी को अपने मैच की 50 फीसद फीस भी गंवानी पड़ी.
आइये जानते हैं कि आखिर क्यों हुए धोनी आग-बबूला?
चेन्नई को आखिरी ओवर में जीत के लिए 18 रनों की दरकार थी. रवींद्र जडेजा (नाबाद 9) ने निर्णायक ओवर फेंकने आए बेन स्टोक्स की पहली ही गेंद पर छक्का मारा. अगली गेंद नो बॉल हो गई और इस पर एक रन भी आया. महेंद्र सिंह धोनी (58) स्ट्राइक पर थे. उन्होंने ओवर की दूसरी गेंद पर दो रन लिए लेकिन अगली गेंद पर स्टोक्स ने उन्हें बोल्ड कर दिया.
चौथी गेंद पर मिशेल सैंटनर ने दो रन लिए. इस गेंद पर बावल हुआ क्योंकि चेन्नई का कहना था कि यह गेंद कमर से ऊपर थी इसलिए नो बॉल करार दी जानी चाहिए थी. इसी कारण धोनी भी मैदानी अंपायरों से बहस करने के लिए मैदान पर आ गए. लेकिन अंपायरों ने फैसला नहीं बदला.
दरअसल रीप्ले में देखने पर भी ये साफ दिख रहा था कि अंपायर ने पहले हाथ उठाया लेकिन बाद में फैसला बदल दिया. इसके बाद धोनी मैदान पर उतरे और उन्होंने इस फैसले का विरोध किया. इस वजह से ही उनपर 50 प्रतिशत का जुर्माना ठोक दिया गया है. उन्हें नियमों आईपीएल के नियमों के उल्लंघन करने का दोषी पाया गया