वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को चकमा देकर मेरठ से एस्कॉर्ट लेने वाली फर्जी आईएफएस जोया खान प्रॉक्सी मेल और आवाज बदलने वाले एप से पुलिस को झांसा देती थी। महिला के मोबाइल में वॉयस कनवर्टर एप था। इसके जरिये वह खुद ही पीए अनिल शर्मा बनकर अधिकारियों को फोन करती थी और अपने काम कराती थी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वैभव कृष्ण के मुताबिक, महिला और उसके पति हर्ष प्रताप सिंह ने रौब झाड़ने के लिए स्कूलों में दाखिला कराने, रिश्तेदारों और परिवार को फायदा पहुंचाने के लिए फर्जी आईएफएस का खेल खेला था।
पुलिस ने दंपती को गिरफ्तार कर नीली बत्ती वाली एसयूवी, यूएनओ का स्टीकर लगी मर्सिडीज, दो वॉकी-टॉकी, पिस्टलनुमा लाइटर, दो लैपटॉप, चार एंड्रॉयड फोन बरामद किए हैं। अमर उजाला ने जोया की गिरफ्तारी की खबर बृहस्पतिवार को प्रकाशित की थी। एसएसपी वैभव कृष्ण ने सूरजपुर कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में बताया कि जनवरी में जोया खान ने गाजियाबाद निवासी बताकर उनसे संपर्क किया।
उसने खुद को संयुक्त सचिव, विदेश मंत्रालय और यूनाइटेड नेशन ऑर्गनाइजेशन काउंसिल, वाशिंगटन डीसी बताकर गौड़ सिटी में गाड़ी में तोड़फोड़ की शिकायत की थी। इस पर एनसीआर दर्ज कर जांच की गई थी। 23 मार्च को महिला ने एसएसपी से एक बार फिर संपर्क कर फ्लैट नंबर-सी 1601 प्रीस्टीन एवन्यू सोसाइटी गौड़ सिटी-2, ग्रेटर नोएडा में निवास बताया और सिक्योरिटी चीफ एटदिरेट यूनाइटेड नेशन सिक्योरिटी काउंसिल डॉट ओआरजी से एस्कॉर्ट के लिए मेल किया।
इसके बाद यहां भी उसे एस्कॉर्ट दी जाने लगी। जब एसएसपी से उसकी मुलाकात हुई तो उन्हें बातचीत में कुछ चीजें खटकीं। इस पर उन्होंने जांच के आदेश दिए तो पता चला कि महिला के यूनाइटेड नेंशस के मेल का एड्रेस गोडैडी डोमेन से रजिस्टर्ड था, जिसका भुगतान महिला ने अपने नेट बैंकिंग खाते से किया था। जोया खान और उसके पति ने जिन मोबाइल नंबरों से वीआईपी सेल और एसपी यातायात कार्यालय से संपर्क कर एस्कॉर्ट ली थी वह फर्जी पाए गए। जब क्राइम ब्रांच स्टार टीम के प्रभारी दिनेश सिंह ने जांच की तो मामले का खुलासा हुआ। इसके बाद टीम बनाकर महिला और उसके पति को गिरफ्तार किया।
मर्सिडीज पर बनाया था यूनाइटेड नेशन का लोगो
महिला ने मर्सिडीज कार पर यूएन लिखा हुआ लोगो लगा रखा था। उसके पास एक नीली बत्ती वाली एसयूवी भी थी। पुलिस ने दोनों गाड़ियां बरामद कर ली हैं।
पीसीएस की तैयारी कर रहा था पति
महिला का पति पीसीएस की तैयारी कर रहा था। इससे पहले वह एसबीआई में पीओ की जॉब कर छोड़ चुका था। महिला राजनीति विज्ञान से पोस्ट ग्रेजुएट है। महिला के पिता मेरठ के जाने माने चिकित्सक हैं और हर्ष के पिता यूपी में बड़े सरकारी अधिकारी हैं।
पुलिस ने जोया खान से यूनाईटेड नेंशस ऑर्गनाईजेशन सिक्योरिटी काउंसिल का पर्सनल फर्जी पहचान पत्र बरामद किया है। इसमें न्यूक्लियर पॉलिसी ऑफिसर स्टेशन-वाशिंगटन डीसी दर्ज है। इसके अलावा यूनाईटेड स्टेट डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट्स के फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस पर फर्जी मोहर लगी है। इस पर वुडवार्ड अपार्टमेंट पीएलएनडब्ल्यू वाशिंगटन डीसी लिखा है। वहीं, एक ड्राइविंग लाइसेंस जोया के नाम से मूल पते मेरठ के नाम पर दर्ज है, जो परिवहन निगम ने जारी किया है।