भारतीय कप्तान विराट कोहली ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें आईसीसी विश्वकप के लिए फिट और तरोताजा रहने के लिए आईपीएल के एक या दो मैचों में बाहर बैठने में कोई गुरेज नहीं है. कोहली से जब पूछा गया कि क्या वह थकान से बचने के लिये एक या दो मैच में बाहर बैठ सकते हैं तो उन्होंने कहा, “हां, यह बड़ी संभावना है. क्यों नहीं?”
उन्होंने कहा, “यह खुद की जिम्मेदारी है. यह खिलाड़ियों पर निर्भर करता है कि वे जहां तक संभव हो संबंधित लोगों को किसी भी चोट की सूचना दें और योजना के अनुसार काम करें.”
कोहली ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच होने वाले शुरूआती मैच की पूर्व संध्या पर ये बातें कहीं. उन्होंने कहा, “हमने खिलाड़ियों को स्मार्ट बनने को कहा है कि वे एक विशेष दिन कैसा महसूस करते हैं, इसकी जानकारी फिजियो को दें. अगर वह नहीं खेलने के लिए कहता है तो उसे फिजियो की बात का सम्मान करना चाहिए.”
यह पूछने पर कि क्या कार्यभार संबंधित मुद्दों से लीग पर असर पड़ेगा तो उन्होंने कहा कि यह सब खिलाड़ियों के संतुलन बनाने पर निर्भर करता है. उन्होंने कहा, “आखिर में मैं व्यक्तिगत रूप से कल शुरुआत करने के लिए प्रेरित हूं. मैं नहीं जानता कि आईपीएल के दौरान भारतीय खिलाड़ी कितने प्रतिस्पर्धी या कितने सहज होंगे. हर पेशेवर जानता है कि संतुलन कैसे बनाया जाए. अंत में आप एक फ्रेंचाइजी के लिए खेल रहे हो और उन्होंने आप पर इस काम के लिए भरोसा जताया है.”
उन्होंने आगे कहा, “जब आप खेलते हैं तो आपको 120 फीसदी देना होता है. मैं गेम मे 70-80 फीसदी में प्रदर्शन में विश्वास नहीं करता. मेरी यही मानसिकता है. मेरा भरोसा है कि लड़के इस पर गौर करेंगे. हालांकि मैं उन्हें ऐसा करने के लिए बाध्य नहीं करूंगा.” कोहली ने कहा कि उनकी टीम के घरेलू खिलाड़ियों की प्रतिभा तब दिखाई देगी जब आरसीबी, चेन्नई का मुकाबला करेगी.