भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया और पूजा ढांडा ने यहां डेन कोलोव-निकोला पेट्रोव इंटरनेशनल रैंकिंग सीरीज में अपने-अपने भार वर्ग में गोल्ड मेडल जीत लिए. बजरंग ने शनिवार रात पुरुषों के 65 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग के फाइनल में अमेरिका के जॉर्डन माइकल ओलिवर को शिकस्त देकर गोल्ड मेडल अपने नाम किया. बजरंग पहले 0-3 पीछे चल रहे थे, लेकिन फिर इसके बाद उन्होंने लगातार 12 अंक लेकर चैम्पियन बनने का गौरव हासिल कर लिया.
बजरंग ने इस जीत के बाद कहा, “मैं यह पदक विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को समर्पित करता हूं. उन्होंने मुझे बहुत प्रभावित किया है. मैं उनसे मिलना चाहूंगा और उनसे हाथ मिलाना चाहूंगा.”
बजरंग से पहले, रियो ओलम्पिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक ने 65 किग्रा में रजत और पूजा ने 59 किग्रा में गोल्ड मेडल अपने नाम किए.
मैं अपना गोल्ड मेडल हमारे बहादुर वायु योद्धा #WingCommandorAbhinandan को समर्पित करना चाहता हूं। उन्होंने मुझे बहुत प्रेरणा दी और मुझमें जोश भर दिया। मैं किसी दिन उनसे मिलकर उनसे हाथ मिलाना चाहता हूं।
साक्षी को 65 किग्रा के फाइनल में स्वीडन की हेना जोहानसन से 3-8 से हार का सामना करना पड़ा. साक्षी ने सेमीफाइनल में वल्र्ड चैम्पियन पेट्रा ओली को हराया था.
59 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग में विश्व चैम्पियनशिप-2018 की ब्रॉन्ज मेडल विजेता पूजा ने राउंड रोबिन फॉर्मेट में कोई मैच नहीं गंवाया और गोल्ड मेडल जीता. वे तीनों मैच जीतने में सफल रहीं.
पूजा ने हमवतन सरिता मोर, लिथुआनिया की कोरनेलिजा जैयसेवेयूटे और किर्गिस्तान की एसुलु टिनबेकोवा को मात दी.