आज शाम लॉच होगा ख़नकते ख्वाब म्यूजिक वीडियो एलबम
लखनऊ : लखनऊ घराने का कत्थक उसकी नजाकत, नफासत और उसकी अदायगी पूरी दुनिया में खूबसूरती की मिसाल है और अगर हम गजलों की बात करें तो भी कुछ ऐसा ही मंजर विश्व भर में देखने को मिलेगा। शनिवार, 16 फरवरी 2019 को कल्चरल क्वेस्ट और ड्रीमज़ ग्रुप की पेशकश खनकते ख्वाब नृत्य संरचना एक अनूठी प्रेमगाथा की प्रस्तुति एवं ख़नकते ख्वाब म्यूजिक वीडियो का लांच होने जा रहा है। यह कार्यक्रम शहर के दिलकुशा गार्डन में शाम 6:30 बजे से शुरू होगा। कार्यक्रम की निर्देशिका सुश्री सुरभि सिंह ने बताया मैंने हमेशा अपनी रचनाओं में शास्त्र और संगीत को जोड़ते हुए कार्य करने की कोशिश की है। जैसे राम की शक्ति पूजा- निराला, मधुशाला- हरिवंश राय बच्चन, कामायनी -जयशंकर प्रसाद,झांसी की रानी, बुद्ध दर्शन, सुंदरकांड, कत्थक नृत्य नाटिका आज की द्रौपदी एवं अटल मर्म। इसी प्रक्रिया में मेरी नई खोज डॉ हरिओम की दूसरी किताब ख्वाबों की हंसी में से कुछ चुनिंदा गज़लों को लेकर मंच पर प्रस्तुत किया जाएगा। इस पुस्तक में जिन रचनाओं में नृत्यात्मक अदायगी मुझे दिखी उन्हीं को मैंने अपनी रचना का आधार बनाया है। डॉ हरिओम लोक सेवा में प्रशासनिक जिम्मेदारियों को उठाते हुए एक लेखक व ग़ज़ल गायक के रूप में अपना परचम देश विदेश में फैला रहे हैं। इनकी शायरी में ठहराव, संजीदगी, सब्र और सादगी है। प्रस्तुति में क्रिएटिव डायरेक्टर आशीष कश्यप द्वारा मॉडर्न और क्लासिक विसुअल्स का फ्यूज़न किया गया है।
ख़नकते ख्वाब कार्यक्रम को बनाने में एक बड़ी टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जिनमें संगीत प्रवीण राव बेंगलुरु एवं डॉ हरिओम, लाइव शो डायरेक्टर आशीष कश्यप, क्रिएटिव प्रड्यूसर तनुज नारायण, एग्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर विकास मिश्र, नायक अम्बरीश बॉबी, डायलॉग ललित सिंह पोखरिया,कॉस्ट्यूम डिज़ाइनर वैशाली श्रीवास्तव, एचआर मैनेजर सहारा बानो। इसके अतिरिक्त नकर्त के रूप में ईशा रतन, मीशा रतन, अस्मिता गुप्ता, सृष्टि त्रिपाठी, वैशाली, काव्या, सोहिनी, संगीता, कवीशा, आकांक्षा एवं रवि, शिव, रमन, चंदन, मृदुलय एवं अजय मंच पर रहेंगे। ख़नकते ख्वाब कार्यक्रम में गायक एवं संगीत में डॉ हरिओम का संगीत कौशल देखने को मिलेगा तथा इस पूरे कार्यक्रम की परिकल्पना प्रस्तुति एवं निर्देशन प्रख्यात कथक नृत्यांगना सुरभि सिंह का होगा। इस नृत्य म्यूजिकल में शृंगार रस, सूफियाना और रूमानी ग़ज़लों को नृत्य की गति प्रदान करने की कोशिश की गई है। यह नया प्रयोग कथक का ग़ज़लों के साथ समावेश करके उसका मंच पर सजीव चित्रण है। जिसको आधुनिकता के नए मंचीय आकर्षण के साथ प्रस्तुत किया जाएगा। इसमें नवीनता की झलक देखने को मिलेगी।
ख़नकते ख़्वाब छह गीतों का समूह है। जिसका प्रथम गीत एक म्यूजिकल फिल्म “उफ्फ यह इश्क” के रूप में लॉन्च किया जाएगा। जिसका स्टोरी स्क्रीनप्ले डायलॉग और क्रिएटिव निर्देशन प्रवीण सिंह सिसोदिया एवं इसका निर्देशन आशीष कुमार कश्यप ने किया है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संस्कृति राज्य मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी होंगे। इस कार्यक्रम के माध्यम से हम ये संदेश देना चाहते हैं की प्रेम को गलत दिशा में न ले जाकर प्रेम का सही अर्थ समझा जाए। उन्होंने आगे कहा की इस नृत्य म्यूज़िकल में सच्चे प्रेम को समझाने की कोशिश की गई है। आज की युवा पीढ़ी प्रेम को अलग दिशा में लेकर जा रही है। नायक और नायिका की कहानी के ज़रिये प्रेम का सच्चा अर्थ दर्शाया जो देने से बढ़ता है, माँगने से नहीं और इसे एक नृत्य नाटिका का स्वरुप दिया गया है।