फर्स्ट क्लास क्रिकेट में बड़े-बड़े दिग्गजों को टक्कर देने वाले हनुमा विहारी ने अब ईरानी कप में ऐसा रिकॉर्ड बना दिया है, जो आज तक कोई भी भारतीय नहीं बना पाया था. उन्होंने शुक्रवार (15 फरवरी) को शेष भारत की ओर से खेलते हुए विदर्भ के खिलाफ एक और शतक जमा दिया. यह तीन दिन में उनका दूसरा और इस मैच में भी दूसरा शतक है. 25 साल के हनुमा विहारी ने मैच की पहली पारी में 114 रन की पारी खेली थी.
नागपुर में इन दिनों रणजी चैंपियन विदर्भ और शेष भारत की टीम के बीच ईरानी कप खेला जा रहा है. शेष भारत ने मैच के पहले दिन हनुमा विहारी के 114 रनों की बदौलत 330 का स्कोर बनाया. हालांकि, विदर्भ के खिलाफ यह स्कोर काफी कम साबित हुआ. विदर्भ ने दूसरे दिन के बाद तीसरे दिन भी करीब तीन घंटे बैटिंग की. उसने इस दौरान 425 रन का स्कोर बनाया और शेष भारत पर 95 रन की बढ़त ली.
पहली पारी में पिछड़ने के बाद शेष भारत की टीम दबाव में थी. दूसरी पारी में उसके दोनों ओपनर मयंक अग्रवाल (27) अनमोलप्रीत सिंह (6) जल्दी-जल्दी आउट हो गए. 46 रन पर दो विकेट गंवाने के बाद हनुमा विहारी और अजिंक्य रहाणे की जोड़ी क्रीज पर थी. इस जोड़ी ने अपनी टीम की उम्मीदों को परवान चढ़ाते हुए गुरुवार को विकेट नहीं गिरने दिया. इसके बाद शुक्रवार को हनुमा विहारी ने एक और शतक जमाकर टीम को 200 रन के पार पहुंचा दिया. चौथे दिन लंच-ब्रेक तक हनुमा विहारी और अजिंक्य रहाणे ने 166 रन की साझेदारी कर टीम का स्कोर दो विकेट पर 212 रन पहुंचा दिया था. अब यह मैच कौन जीतेगा, यह तो एक दिन बाद ही पता चलेगा. पिछले साल विदर्भ ने ईरानी कप का खिताब जीता था.
हनुमा विहारी ने पिछले साल भी ईरानी कप में शतक बनाया था. पिछले साल भी रणजी चैंपियन विदर्भ की टीम ही थी. हनुमा विहारी ने तब विदर्भ के खिलाफ 183 रन की पारी खेली थी. इस तरह वे भारतीय इतिहास के पहले बल्लेबाज बन गए हैं, जिसने ईरानी कप में लगातार तीन शतक बनाए हैं. 25 साल के हनुमा विहारी ने पिछले साल ही टेस्ट क्रिकेट में एंट्री की है. वे अब तक चार टेस्ट मैच खेल चुके हैं. उन्होंने इन मैचों में 167 रन बनाए हैं और पांच विकेट भी झटके हैं. वैसे तो वे मिडिल ऑर्डर के बल्लेबाज हैं, लेकिन ऑस्ट्रेलिया दौरे पर उन्होंने पारी की शुरुआत भी की थी. प्रथमश्रेणी क्रिकेट में उनका औसत 57.52 और लिस्ट-ए क्रिकेट में 46.60 है. जो यह बताता है कि वे कितने भरोसमंद क्रिकेटर हैं.