पाकिस्तान क्रिकेट टीम के निलंबित कप्तान सरफराज अहमद ने दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी पर नस्ली टिप्पणी करने के मामले में दौरा बीच में छोड़कर वापस अपने देश लौट गए लेकिन उनके तेवर कम नहीं हुए. सरफराज के समर्थन में कराची हवाई अड्डे के बाहर सैकड़ों समर्थक खड़े थे. उनके समर्थन में नारे लगाए और आईसीसी का विरोध किया गया.
सरफराज ने कहा कि उन्होंने इस प्रकरण से सीख ली है. सफराज ने कहा कि उन्हें अपनी गलती का अहसास हुआ और इसीलिए उन्होंने इस प्रकरण के तुरंत बाद सार्वजनिक रूप से माफी मांगी. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “यह गलती थी और मैंने इससे सीख ली है.”
आईसीसी ने आलराउंडर एंडिले फेलुकवायो के खिलाफ नस्ली टिप्पणी के लिए सरफराज पर चार मैचों का प्रतिबंध लगाया है जिसके बाद वह पाकिस्तान लौट आए. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने आईसीसी के इस फैसले पर निराशा जताई थी. सरफराज ने इस समर्थन के लिए बोर्ड का शुक्रिया किया.
उन्होंने कहा, “पीसीबी इस मामले से जैसे निपटा मैं उसके लिए उनका शुक्रगुजार हूं. मैं चार मैचों के लिए प्रतिबंध लगाने के आईसीसी के फैसले को स्वीकार करता हूं और मेरे लिए यह मुद्दा खत्म हो गया है लेकिन पीसीबी मुझसे जो भी कहेगा मैं वह करूंगा.”
अकरम ने सरफराज को पाकिस्तान वापस बुलाने की आलोचना की
पूर्व कप्तान वसीम अकरम ने सरफराज अहमद को दक्षिण अफ्रीका से वापस बुलाने के पाकिस्तान क्रिेकेट बोर्ड (पीसीबी) के फैसले की मंगलवार को आलोचना करते हुए कहा कि वह अंतिम टी20 में खेल सकते थे. अकरम ने कहा कि सरफराज को ऐसा बयान देने से बचना चाहिए था लेकिन इस मामले के बाद पाकिस्तान टीम में उनकी जगह को लेकर कयास नहीं लगाया जाना चाहिए. पाकिस्तान के इस दिग्गज हरफनमौला ने कहा, ‘‘सरफराज को दक्षिण आफ्रीका से वापस बुलाने का फैसला गलत है क्योंकि वह छह फरवरी को खेले जाने वाले तीसरे टी20 में खेल सकते थे.”
उन्होंने कहा, “विश्वकप से पहले टीम के कप्तान को बदलने की जरूरत नही है. हमें लंबे समय तक कप्तानी करने वाला चाहिए. शोएब मलिक अभी टीम का नेतृत्व कर रहे है और वह अच्छा काम रहे. उन्होंने भी हालांकि कहा है कि विश्वकप के बाद वनडे से संन्यास ले लेंगे.”