भारतीय टीम की न्यूजीलैंड दौरे (India vs New Zealand) की शुरुआत बुधवार (23 जनवरी) को पहले वनडे मैच से होगी. यह मैच (Napier ODI) सुबह 7.30 बजे शुरू होगा. भारत और न्यूजीलैंड वनडे सीरीज में पांच मैच खेलेंगे. भारत ने इसी महीने ऑस्ट्रेलिया को तीन वनडे मैचों की सीरीज में 2-1 से हराया है. ऐसे में न्यूजीलैंड में उससे बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है. हालांकि, यह इतना आसान नहीं होगा. यह तय है कि न्यूजीलैंड की टीम भारत को ऑस्ट्रेलिया के मुकाबले ज्यादा मुश्किल चुनौती देगी. जानिए इसके 5 कारण:
1. वर्ल्ड कप-2015 के बाद घर में सबसे ज्यादा जीत
न्यूजीलैंड की टीम अपने घर पर बेहद मजबूत है. उसकी मजबूती का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसने 2015 के बाद घरेलू मैदान पर 27 वनडे जीते, जबकि सिर्फ 8 हारे. ‘क्रिकइंफो’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक वह पिछले चार साल में घरेलू मैच जीतने के मामले में दूसरे नंबर पर है. सिर्फ इंग्लैंड (30 जीत, 9 हार) ही उससे आगे है. भारत ने इस दौरान 18 मैच जीते और 10 में उसे हार मिली. ऑस्ट्रेलिया ने 14 मैच जीते और 10 मैच हार गया.
2. टीम का मौजूदा फॉर्म गजब का है
न्यूजीलैंड ने हाल ही में श्रीलंका और पाकिस्तान को हराया है. उसने पिछले तीन मैच में 364/4, 319/7 और 371/7 का स्कोर बनाया है. यह सही है कि न्यूजीलैंड के मैदान ऑस्ट्रेलिया के मुकाबले छोटे हैं. फिर भी लगातार मैचों में 300 का आंकड़ा पार करना आसान नहीं है. भारत ने पिछले तीन मैचों में 234/3, 299/4 (49.2) और 254/9 रन बनाए.
3. टीम का मिडिलऑर्डर भरोसेमंद और खतरनाक भी
भारत और न्यूजीलैंड की टीम में एक बड़ा अंतर है. भारत के टॉप-3 बल्लेबाज (रोहित शर्मा, शिखर धवन, विराट कोहली) टीम के आधे से अधिक रन बनाते हैं. न्यूजीलैंड के मामले में यह केस थोड़ा उल्टा है. उनका मध्यक्रम बेहद मजबूत है. कप्तान केन विलियम्सन, रॉस टेलर और टॉम लाथम नंबर-3 से नंबर-5 में बैटिंग करते हैं और टीम को शुरुआती झटकों से उबारकर बड़ा स्कोर देने में सक्षम हैं. उसकी तीसरे से पांचवें विकेट के लिए औसत पार्टनरशिप 60 रन से अधिक है.
4. न्यूजीलैंड की गेंदबाजी भी ज्यादा दमदार है
ऑस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ अपने प्रमुख गेंदबाजों (मिचेल स्टार्क, पैट कमिंस, जोश हेजलवुड) को आराम दिया था. न्यूजीलैंड ने ऐसा नहीं किया है. वह अपनी ताकतवर टीम के साथ मैदान पर उतर रही है. ऐसे में ऑस्ट्रेलिया के मुकाबले उसकी गेंदबाजी भी मजबूत है. न्यूजीलैंड के ट्रेंट बोल्ट, मैट हेनरी और लॉकी फर्ग्युसन 145+ किमी/घंटे की रफ्तार से और पूरे नियंत्रण से गेंदबाजी करते हैं. मिचेल सैंटनर और ईश सोढ़ी के रूप में न्यूजीलैंड का स्पिन अटैक भी ऑस्ट्रेलिया से बेहतर है.
5. न्यूजीलैंड में भारत का रिकॉर्ड भी खराब है
न्यूजीलैंड में भारतीय रिकॉर्ड भी अच्छा नहीं है. भारतीय टीम ने अब तक यहां सात द्विपक्षीय वनडे सीरीज खेली है. इनमें से चार सीरीज न्यूजीलैंड ने जीते हैं, जबकि दो ड्रॉ रहे हैं. भारतीय टीम यहां सिर्फ एक सीरीज ही जीत सकी है. भारत ने न्यूजीलैंड को उसके घर में सिर्फ 2009 में हराया है. भारतीय टीम ने यह सीरीज 2009 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में जीती थी. मैचों की बात करें तो न्यूजीलैंड में दोनों टीमों के बीच 34 मैच हुए हैं. इनमें से भारत ने 10 और न्यूजीलैंड ने 21 मैच जीते हैं.