पूर्वी निगम के शाहदरा (उत्तरी क्षेत्र) के डीसी के आदेश पर क्षेत्रीय अधीक्षक उमाशंकर के नेतृत्व में गठित टीम ने पुलिस के साथ मिलकर सीलिंग की कार्रवाई की। इस दौरान कुछ जगहों पर टीम को विरोध का सामना भी करना पड़ा, जहां लोगों ने टीम पर संप्रदाय विशेष पर कार्रवाई किए जाने के आरोप लगाए।
निगम के एक अधिकारी ने बताया कि 48 घंटे पहले 23 फैक्ट्रियों को प्रदूषण फैलाने के नोटिस जारी किए गए थे। इनमें से 18 फैक्ट्रियों का संचालन बंद करते हुए उन्हें खाली कर दिया गया। बावजूद इसके पांच फैक्ट्रियों का संचालन हो रहा था, जिस पर निगम की टीम ने शिकंजा कसने के लिए यह कार्रवाई की।
नियमों की अनदेखी करते हुए प्रदूषण फैलाने वाली करीब 225 फैक्ट्रियों को पूर्वी दिल्ली नगर निगम की ओर से नोटिस जारी किया गया था। लेकिन 48 घंटे का नोटिस मिलने के बाद भी पांच फैक्ट्रियों ने अपना संचालन बंद नहीं किया। नतीजतन उन पर कार्रवाई करते हुए सील कर दिया गया है। कार्रवाई शनिवार को भी जारी रहेगी।
– संजीव कुमार, उपायुक्त, शाहदरा उत्तरी
12 फैक्ट्रियों से उतार लिए गए बिजली के मीटर
जिन फैक्ट्रियों को खाली करने का दावा किया गया, वहां दोबारा फैक्ट्रियों का संचालन शुरू न हो सके इस लिहाज से बीएसईएस ने 12 खाली की गई फैक्ट्रियों के मीटर भी उतार लिए। कार्रवाई के दौरान दिल्ली जल बोर्ड की टीम भी मौजूद रही ताकि अवैध तौर पर संचालित होने वाली कंपनियों पर शिकंजा कस सकें।