उत्तराखंड के पौड़ी में लाडली की खुशी के लिए उसकी मां ने पाई-पाई जोड़कर स्कूटी उसे उपहार में दी थी। वह अपनी लाडो को खूब पढ़ा-लिखाकर धूमधाम से शादी के सपने संजो रहीं थीं। लेकिन काल के क्रूर हाथों ने उनकी सारी खुशियां छीन ली। अब उस विधवा मां के सारे सपने दुखों के पहाड़ तले दबकर मिट्टी हो गए हैं।
गरीब माता-पिता ने कभी बेटी को किसी तरह की कोई कमी नहीं होने दी। बेटी पढ़ती रही। माता-पिता पढ़ाते रहे। वर्ष 2013 में किसी बीमारी के चलते इस बच्ची के सिर से पिता का साया उठ गया। मां ने जैसे-तैसे अपनी बच्ची की शिक्षा के लिए कदम बढ़ाए। मां की इस लाडली ने बीएससी की पढ़ाई का मन बनाया, तो मां ने आगे बढ़कर लाडो का साथ दिया, लेकिन मां को अब गांव से कालेज के बीच का करीब 30 किमी का फासला तय करने में बेटी को हो रही परेशानी सालने लगी।
गरीब माता-पिता ने कभी बेटी को किसी तरह की कोई कमी नहीं होने दी। बेटी पढ़ती रही। माता-पिता पढ़ाते रहे। वर्ष 2013 में किसी बीमारी के चलते इस बच्ची के सिर से पिता का साया उठ गया। मां ने जैसे-तैसे अपनी बच्ची की शिक्षा के लिए कदम बढ़ाए। मां की इस लाडली ने बीएससी की पढ़ाई का मन बनाया, तो मां ने आगे बढ़कर लाडो का साथ दिया, लेकिन मां को अब गांव से कालेज के बीच का करीब 30 किमी का फासला तय करने में बेटी को हो रही परेशानी सालने लगी।
मां ने पाई-पाई जोड़कर करीब एक माह पहले ही लाडली को उपहार में स्कूटी भेंट की। अब मां अपनी लाडो को खूब पढ़ा-लिखाकर धूमधाम से शादी करने के सपने संजो रही थीं, लेकिन 16 दिसंबर 2018 की शाम इस विधवा मां पर कहर बनकर टूटी। अब लाडली के इस दुनिया से जाने के बाद मां बेसुध पड़ी हुई है। शायद यही सोच रही हो कि ‘काश यह स्कूटी नहीं होती तो मेरी लाडली मेरे पास होती’।
हीरो होंडा शोरूम पौड़ी के स्वामी देवेंद्र सिंह साहू ने बताया कि छात्रा की मां एक माह पहले स्कूटी खरीदने आई थी। वह बेटी के नाम से स्कूटी खरीदना चाहती थी, लेकिन बेटी की आईडी नहीं होने पर उन्होंने अपने नाम से स्कूटी खरीदी। कफोलस्यूं पट्टी के गांवों में ग्रामीणों ने शोक सभाएं की। छात्रा की मौत की खबर के बाद पट्टी के गांव शोक में डूब गए।
डांग, ध्वीली, अगरोड़ा, नौडियालगांव, चिंडालू सहित पट्टी के विभिन्न गांवों में शोक सभाएं कर छात्रा को श्रद्धांजलि दी गई। जिला मुख्यालय पौड़ी में जिला फुटबाल एसोसिएशन की बैठक में एसोसिएशन के पदाधिकारियों, सदस्यों व कार्यकर्ताओं ने दो मिनट का मौन रख छात्रा को भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
दुख की इस घड़ी में सरकार पीड़ित परिवार के साथ है। पहाड़ में इस तरह की वीभत्स घटना पहले कभी नहीं हुई। आरोपी को जल्द से जल्द कड़ी कानूनी सजा मिलनी चाहिए। मुख्यमंत्री से मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाए जाने की मांग की जाएगी।