एक तरफ भारत जहां हमेशा पाकिस्तान के साथ नरमी से पेश आता है, वहीं वह परेशान करने का कोई मौका नहीं छोड़ता है. इस बार पाकिस्तान ओछी हरकत पर उतारू हो गया है. पाकिस्तान में मौजूद भारतीय राजनयिकों को पाकिस्तान कई तरह से परेशान कर रहा है. इस्लामाबाद और लाहौर में भारतीय राजनयिकों की जासूसी कराई जा रही है. उन्हें नए गैस कनेक्शन नहीं दिए जा रहे हैं. कई वरिष्ठ भारतीय अधिकारियों की इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं. सुरक्षा में कमी के चलते इस महीने एक अनजान व्यक्ति भारतीय अफसर के घर में घुस आए थे. पूर्व राजनायिक योगेश कुमार ने कहा कि पाकिस्तान इन हरकतों से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसकी ही छवि खराब होगी.
राजनयिकों से मिलने वालों को भी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियां परेशान कर रही हैं. आरोप है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई एजेंट्स सवाल-जवाब के बहाने मेहमानों को धमकियां दे रहे हैं. राजनायिकों की जासूसी भी बढ़ा दी गई है. एजेंट्स उनका हर जगह पीछा कर रहे हैं.
विदेश मामलों के जानकार नागेंद्र नाथ झा ने कहा कि पाकिस्तान में भारतीय राजदूतों से बदसलूकी का ये पहला मामला नहीं है. भारतीय राजनयिकों को परेशान करना पाकिस्तान की फितरत है. विदेश मामलों के जानकार भूषण आरेकर ने कहा कि ऐसी हरकत करना पाकिस्तान की पुरानी आदत है.
इस साल इन मौकों पर परेशान हुए भारतीय राजनयिक
1. नवंबर 2018 में भारतीय राजनयिकों को करतारपुर साहिब गुरुद्वारे जाने से रोका गया था.
2. जून 2018 में भारतीय अधिकारियों को गुरूद्वारा पंजा साहिब में जाने से रोका गया.
3. मार्च 2018 में भारतीय मिशन के दो अफसरों की कार का इस्लामाबाद में पीछा किया.
4. फरवरी 2018 में बॉर्डर पर फायरिंग को लेकर इस्लामाबाद में भारतीय उप उच्चायुक्त जेपी सिंह को 5 बार तलब किया गया.
आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान जब भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर घिरता है और जब भी बॉर्डर पर भारतीय सेना के हाथों मार खाता है, तब-तब वह अपनी झल्लाहट इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग के अफसरों पर इस तरह से निकालता रहता है.