पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने ‘‘आतंकवाद के खिलाफ युद्ध’’ को देश पर ‘‘थोपा गया युद्ध’’ करार दिया और अपने देश के अंदर ऐसा कोई युद्ध नहीं लड़ने का सोमवार को वादा किया. इमरान का यह बयान परोक्ष रूप से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हमला है जिन्होंने बार बार आरोप लगाया है कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान ने अमेरिका की मदद नहीं की. इमरान ने कहा कि हमने अपने देश के अंदर थोपा हुआ युद्ध अपने युद्ध की तरह लड़ा और इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ी. इससे हमारे सामाजिक-आर्थिक ताने-बाने को भी नुकसान हुआ.
उन्होंने कहा कि हम ऐसा कोई युद्ध पाकिस्तान के अंदर नहीं लड़ेंगे. वह उत्तरी वजीरिस्तान में हाल ही में विलय कर बनाए गए नए जिलों की पहली यात्रा के दौरान कबायली सरदारों को संबोधित कर रहे थे. यह क्षेत्र एक समय तालिबान आतंकवादियों का गढ़ होता था. उनके साथ सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा भी थे.
इमरान ने आतंकवादियों के खिलाफ सफल अभियान के लिए सेना, अन्य सुरक्षा बलों और खुफिया एजेंसियों की उपलब्धियों की सराहना की. उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ युद्ध में पाकिस्तान और उसके सशस्त्र बलों ने जितना कुछ किया है, उतना किसी देश या उसके सशस्त्र बल ने नहीं किया है.