ब्रिटेन की एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि पाकिस्तानी युवकों द्वारा सिख लड़कियों को निशाना बनाया जा रहा है। रिपेार्ट में यह भी कहा गया है कि यह सिलसिला कई दशकों से चल रहा है। ब्रिटेन की सिख पुनर्वास चैरिटी की एक रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि राजनीतिक वजहों से ब्रिटेन पुलिस ने इन शिकायतों की लगातार नजरअंदाज किया है।
रिपोर्ट में साफ किया गया है कि ब्रिटेन में सक्रिय पाकिस्तानी गैंग द्वारा सिख महिलाओं को यौन शोषण किया जा रहा है। इस रिपोर्ट का दावा है कि लड़कियों को रिझाने के लिए सिख बहुल क्षेत्रों या स्कूलों में गैंग के सदस्य शानदार वस्त्रों एवं महंगे वाहनों से भ्रमण करते हैं। उनके निशाने पर सिख लड़कियां होती हैं। सिख समुदाय के नेताओं का कहना है कि यह समस्या 1960 के दशक में शुरू हुई थी। लेकिन 2012 में इस गिरोह के रहस्योद्घाटन हुआ।
इस रिपोर्ट का कहना है कि इसमें किसी भी व्यक्ति, समुदाय, संस्कृति या विश्वास को आहत नहीं किया गया है, लेकिन जो तथ्य है वह सामने हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस सत्य को समझे बिना इसका समाधान संभव नहीं है। ब्रिटेन की लेबर पार्टी की एक महिला सांसद सारा का कहना है कि मैंने जब इस घटना को पहली बार सुना तो यकीन नहीं हुआ।
उन्होंने हैरत व्यक्त करते हुए कहा कि पाकिस्तानी पुरुषों द्वारा सिख लड़कियों के साथ संगठित दुर्व्यवहार की घटना कतई निंदनीय है। सारा ने कहा कि यह कैसे हो सकता है कि दशकों से सिख लड़कियां निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस बाबत मैंने सिख महिलाओं से बात की है। उन्होंने कि हमें इससे मुक्त होना होगा। सिख लड़कियों पर हो रहे अत्याचार को रोकना सुनिश्चित करना होगा। उन्होंने कहा कि यह मामला गंभीर है। इस प्रकरण की जांच होनी चाहिए।
एक अंग्रेजी अखबार ने इस रिपोर्ट को आधार बनाकर ब्रिटेन से बाहर सिख महिलाओं की स्थिति का जायजा लिया है। इसमें इस बात की जांच की गई है कि ब्रिटेन के बाहर युवा सिख महिलाओं के साथ क्या यौन उत्पीड़न की घटनाएं हुई हैं। इस अध्ययन में 1970 के दशक के पूर्व एक भारतीय घटना का जिक्र किया गया है। इसमें एक सिख युवती के साथ दुर्व्यवहार का मामला भी सामने आया था। इसके अलावा 1980 के दशक में उस घटना का भी जिक्र किया गया है कि एक सिख युवती के साथ छेड़छाड़ की गई। यह भी तथ्य सामने आया है, इस दशक में सिख समुदाय ने मुसलमान युवकों के खिलाफ छेड़छाड़ की घटनाएं दर्ज कराई हैं।