अब अमेरिका की जिम्मेदारी है कि वह रूस को इसके लिए तैयार करें. प्रस्ताव के लिए रूस जैसे ही हामी भरेगा, ठीक वैसे ही युद्ध विराम तत्काल प्रभाव से लागू हो जाएगा. बता दें, सऊदी अरब के जेद्दा में इसके लिए बैठक हुई थी. इसके लिए अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो और एनएसए माइक वॉल्ट्ज ने यूक्रेन से कई समझौते पर चर्चा की.
हालांकि, यूक्रेनी अधिकारी किसी भी समझौते के लिए तैयार नहीं दिखे. बता दें, रूसी राष्ट्रपति पुतिन यूक्रेन के पूर्वी क्षेत्र लुहान्स्क, खेरसॉन, जापोरीजिया और डोनेट्स्क पर पूर्ण नियंत्रण चाहते हैं. रूस ने यूक्रेन के 20% हिस्से पर पहले ही कब्जा कर लिया है.
अमेरिका-यूक्रेन वार्ता में अहम फैसले
- हवा और समुद्री क्षेत्र को छोड़कर युद्धविराम पूरे युद्धक्षेत्र पर लागू होगा.
- अमेरिका युद्धविराम के लिए रूस को मनाने का प्रयास करेगा.
- अमेरिका से यूक्रेन को सैन्य सहायता और खुफिया जानकारी साझा करने की सुविधा मिलेगी.
- अमेरिका और यूक्रेन के बीच रेयर मिनरल्स डील को जल्द से जल्द पूरा करने की सहमति बनेगी.
जेलेंस्की ने ट्रम्प से बहस पर अफसोस जताया था
बता दें, हाल ही में ट्रंप ने जेलेंस्की को फटकार लगाई थी. पूरी दुनिया ने इस फटकार को देखा था. यूक्रेन के राष्ट्रपति ने मामले में चार मार्च को कहा था कि ट्रम्प के साथ हुई उनकी बैठक वैसी नहीं हुई, जैसी होनी चाहिए थी. ये बहुत अफसोस वाली बात है. जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन खनिज समझौते के लिए पूरी तरह से तैयार है.