जम्मू-कश्मीर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुनील शर्मा ने मंगलवार को आईएएनएस से बातचीत में कहा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नेता दत्तात्रेय होसबले ने कहा है कि ‘रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया’ की जगह ‘रिजर्व बैंक ऑफ भारत’ होना चाहिए। ‘कॉन्स्टिट्यूशन ऑफ इंडिया’ की जगह ‘भारतीय संविधान’ होना चाहिए। मुझे नहीं लगता कि इस पर किसी को आपत्ति होनी चाहिए। मेरा मानना है कि भारत सबसे प्राचीन नाम है और यहां की संस्कृति तथा सभ्यता ही भारत को अलग पहचान दिलाती है। इसमें किसी को भी कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए।
वक्फ बोर्ड को लेकर उन्होंने कहा, भारत में कुछ लोगों का काम ही बाधा पैदा करना है। जिस तरह से वक्फ बोर्ड को आज तक इस्तेमाल किया गया है, आज कहीं न कहीं उसे दुरुस्त करने का काम किया जा रहा है। देश सशक्त है और किसी एक की धमकी से नहीं घबराएगा।
उन्होंने कहा, इस देश में कुछ शरारती तत्व हैं, जो माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, मुझे नहीं लगता कि उनके बयानों से देश का माहौल खराब हो सकता है। भारत मजबूत है और रहेगा।
सुनील शर्मा ने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सिर्फ झूठ पेश किया है और मुझे उनसे कोई उम्मीद नहीं है। वे अपने वादे पूरे नहीं कर पाए हैं। मुझे नहीं लगता कि उनका जवाब उम्मीदों पर खरा उतरेगा, क्योंकि उनके किए गए वादे पूरे नहीं हुए हैं।