जाने-माने फेमस ओडिसी डांसर मायाधर राउत का 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया है. उन्होंने शनिवार को अपने दिल्ली वाले घर में अंतिम सांस ली.
जाने-माने फेमस ओडिसी डांसर मायाधर राउत का 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया है. आपको बता दें कि उन्होंने शानिवार 22 फरवरी को अपने दिल्ली वाले घर में अंतिम सांस ली. रिपोर्ट के अनुसार, मायाधर राउत के निधन की पुष्टि उनके बेटे मनोज राउत ने की है.
उनके बेटे मनोज राऊत ने बताया- ‘उन्होंने आज सुबह अपने पोते-पोतियों और परिवार के बाकी सदस्यों के साथ नाश्ता किया. उन्हें कोई बीमारी नहीं थी. बुजुर्गावस्था के चलते उनका निधन हो हुआ.’ उन्होंने बताया कि उनका अंतिम संस्कार शनिवार को लोधी रोड श्मशान घाट पर किया जाएगा.
‘ओडिसी नृत्य का जनक’
बता दें, मायाधर राउत 6 जुलाई 1933 को ओडिशा में जन्मे थे और वह पद्मश्री पुरस्कार विजेता थे. विजेता मायाधर राउत को ‘ओडिसी नृत्य का जनक’ भी माना जाता है. उन्होंने शास्त्र-आधारित ज्ञान के साथ 1950 के दशक में ओडिसी के पुनरुद्धार का नेतृत्व किया था और वह नृत्य शैली के अग्रणी कलाकारों में शुमार रहे थे.
गोटीपुआ नृत्य प्रस्तुत करने वाले प्रथम व्यक्ति
मायाधर राउत का प्रशिक्षण 7 साल की उम्र में ‘गोटीपुआ’ नृत्य शैली सीखने से शुरू हुआ था. वह 1944 में मंच पर ‘गोटीपुआ नृत्य’ प्रस्तुत करने वाले पहले व्यक्ति थे, जिसके बाद उन्होंने ओडिसी नृत्य को सहेजने और आगे बढ़ाने का काम किया, ताकि इसे शास्त्र-आधारित शास्त्रीय नृत्य शैली का दर्जा मिल सके.
मायाधर राउत 1952 में कटक में कला विकास केंद्र के संस्थापक सदस्य थे, जो भारत का पहला संस्थान था, जहां पर ओडिसी पढ़ाई जाती थी.