रूस और यूक्रेन युद्ध को रोकने की दिशा में आज का दिन काफी अहम है. क्योंकि अमेरिका और रूस के विदेश मंत्री मंगलवार को सऊदी अरब की राजधानी रियाद में मुलाकात करेंगे. इस मुलाकात के दौरान दोनों देशों के समकक्ष शांति वार्ता की रूपरेखा तैयार करेंगे. शांति वार्ता के लिए अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो और उनके रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव मंगलवार देर रात रियाद पहुंच गए.
युद्ध रोकने के लिए रूस के साथ चर्चा करेगा अमेरिका
मंगलवार को रियाद में होने वाली बैठक में दोनों नेता यूक्रेन युद्ध खत्म करने और अमेरिका-रूस संबंधों की बाधाओं को हटाने के तरीकों पर विचार करेंगे. बता दें कि 2022 में यूक्रेन युद्ध छिड़ने के बाद अमेरिका ने रूस पर कई प्रतिबंध लगाए थे. इसके बाद दोनों देशों के सामान्य संबंध भी खत्म हो गए, लेकिन ट्रंप की वापसी के बाद माना जा रहा है कि रूस और अमेरिका के संबंध एक बार फिर से सुधर सकते हैं.
संबंधों को सामान्य बनाने की शुरू हुई प्रक्रिया
बता दें कि जो बाइडेन के कार्यकाल के दौरान अमेरिका और रूस के संबंधों में खटास आ गई थी, लेकिन डोनाल्ड ट्रंप की वापसी के बाद दोनों देश एक बार फिर से साथ खड़े हो सकते हैं. इसकी पहल जारी है. क्योंकि 12 फरवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने करीब डेढ़ घंटे तक रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से टेलीफोन पर बातचीत की. जो दोनों देशों के संबंधों को सामान्य बनाने की प्रक्रिया की शुरुआत मानी जा रही है.
मंगलवार को रियाद में होने वाली बैठक में शामिल होने वाले प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व रूबियो करेंगे. इस प्रतिनिधिमंडल में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ट्ज और ट्रंप के पश्चिम एशिया के दूत स्टीव विट्काफ भी शामिल हैं. वहीं लावरोव रूसी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे. जिसमें पुतिन के सलाहकार यूरी यूशाकोव और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल होंगे.
जल्द एक दूसरे से मिल सकते हैं ट्रंप और पुतिन
ऐसा माना जा रहा है कि मंगलवार को रियाद में होने वाली बैठक के नतीजे सकारात्मक रहे तो जल्द ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भी मुलाकात हो सकती है. इस बीच रूबियो ने कहा है कि यूक्रेन युद्ध की समाप्ति के लिए होने वाली शांति वार्ता में यूक्रेन और यूरोप के प्रतिनिधियों को भी शामिल किया जा सकता है.
यूएई की यात्रा पर जेलेंस्की
उधर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की रविवार को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की यात्रा पर पहुंचे. यूएई के बाद वह सऊदी अरब और तुर्किये की भी यात्रा कर सकते हैं. हालांकि इन देशों में जाने के किसी भी कार्यक्रम की जानकारी उनके कार्यालय ने नहीं दी है. ऐसा माना जा रहा है कि उनका यह दौरा शांति वार्ता में यूक्रेन को शामिल किए जाने की उनकी पेशबंदी के तहत हो रहा है. हालांकि, अभी तक रियाद में होने वाली अमेरिका और रूस की बैठक के लिए यूक्रेन को आमंत्रित नहीं किया गया है. उधर रियाद की बैठक में यूक्रेन को आमंत्रित न करने पर फ्रांस ने मंगलवार को पेरिस में यूरोपीय संघ और ब्रिटेन के प्रतिनिधियों की बैठक बुलाई है.