मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (ओसीएचए) के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र और उसके मानवीय साझेदार गाजा पट्टी में जीवन रक्षक सहायता पहुंचाना जारी रखे हुए हैं, लेकिन जरूरतें बहुत अधिक हैं, जिसके लिए तत्काल और निरंतर सहायता की आवश्यकता है।
ओसीएचए ने कहा कि फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने रिपोर्ट किया है कि गाजा शहर के अल शिफा और अल रंतिसी समेत पूरे गाजा के अस्पतालों में इमरजेंसी, सर्जिकल और गहन देखभाल सेवाओं को चालू रखने के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति की बहुत जरूरत है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, स्वास्थ्य साझेदार स्थानीय स्तर पर ऑक्सीजन उत्पादन के लिए आवश्यक जनरेटर, स्पेयर पार्ट्स और उपकरण लाने के लिए अधिकारियों के साथ बातचीत कर रहे हैं।
कार्यालय के अनुसार, आश्रय भागीदारों ने वीकेंड में उत्तरी गाजा में 11 हजार से ज्यादा परिवारों को तिरपाल वितरित किए। खान यूनिस में, अल मवासी में विस्थापन स्थल पर लगभग 450 परिवारों को सीलिंग-ऑफ किट, रसोई सेट और स्वच्छता किट प्रदान किए गए।
ओसीएचए ने कहा कि शिक्षा गतिविधियों का विस्तार हो रहा है, इसके भागीदारों ने बताया कि फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र की राहत एजेंसी द्वारा निर्मित दूरस्थ शिक्षा कार्यक्रम में 250,000 से अधिक लोग नामांकित हैं। मानवीय भागीदारों ने बताया कि संघर्ष के दौरान 95 प्रतिशत स्कूल भवनों को नुकसान पहुंचा, जिससे कई छात्रों को सर्दी के मौसम में अस्थायी टेंट और खुले स्थानों में पढ़ाई करनी पड़ी।
वेस्ट बैंक में, ओसीएचए ने कहा कि 21 जनवरी को इजरायली सैन्य अभियान शुरू होने के बाद से, जो पिछले दो दशकों में सबसे व्यापक है, 36 फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जिनमें से 25 जेनिन में और लगभग एक दर्जन तुलकरम में मारे गए हैं। इस अभियान के कारण बड़ी संख्या में लोग हताहत हुए हैं और बड़ी संख्या में लोग विस्थापित हुए हैं, खास तौर पर शरणार्थी शिविरों में। महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को भी भारी नुकसान पहुंचा है, जिससे मानवीय जरूरतें और भी बढ़ गई हैं।