यूएनएचसीआर के अनुसार, इस धनराशि का उद्देश्य जरूरतमंद लोगों को आपातकालीन राहत से लेकर दीर्घकालिक समाधान तक हर जरूरी सहायता प्रदान करना है। लीबिया के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव के उप विशेष प्रतिनिधि और मानवीय समन्वयक एनीस चुमा ने कहा कि यह योजना शरणार्थियों को सुरक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं और सम्मानजनक जीवन जीने की मूलभूत सुविधाएं देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
अप्रैल 2023 के मध्य में सूडान में हिंसक संघर्ष शुरू होने के बाद से अब तक 2,40,000 से अधिक सूडानी शरणार्थी लीबिया पहुंच चुके हैं। हालांकि, इतने बड़े पैमाने पर शरणार्थियों के आने से लीबिया में मानवीय संकट गहरा गया है। सिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, राहत प्रयासों के बावजूद, ये शरणार्थी गंभीर सुरक्षा खतरों और बुनियादी जरूरतों की कमी से जूझ रहे हैं। इनमें रहने के लिए आश्रय, साफ पानी, स्वच्छता, स्वास्थ्य सेवाएं और भोजन जैसी आवश्यक चीजें शामिल हैं।
संयुक्त राष्ट्र ने सूडान के भीतर और पड़ोसी देशों में इस संघर्ष से प्रभावित लगभग 26 मिलियन लोगों की मदद के लिए 6 बिलियन डॉलर की मानवीय सहायता अपील भी शुरू की है। यह राशि उन लोगों को राहत पहुंचाने के लिए इस्तेमाल की जाएगी, जो हिंसा और अस्थिरता की वजह से अपने घरों से बेघर हो गए हैं।
अप्रैल 2023 से सूडानी सेना और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स के बीच लगातार संघर्ष जारी है। इस युद्ध में अब तक 29,683 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, कई शोधकर्ताओं का मानना है कि यह संख्या वास्तविकता से काफी अधिक हो सकती है। संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों की कोशिश है कि इस मानवीय संकट को जल्द से जल्द नियंत्रित किया जाए और प्रभावित लोगों को जरूरी सहायता उपलब्ध कराई जाए।