परीक्षा में 27,32,216 हाईस्कूल एवं 27,05,017 इण्टरमीडिएट कुल 54,37,233 परीक्षार्थी करेंगे प्रतिभाग

लखनऊ: मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने माध्यमिक शिक्षा परिषद, उ0प्र0 द्वारा प्रस्तावित बोर्ड परीक्षा-2025 की तैयारियों की समीक्षा की और वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग के समस्त मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों एवं वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने कहा कि यूपी बोर्ड-2025 की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की परीक्षाएं दिनांक 24 फरवरी, 2025 से 12 मार्च, 2025 तक प्रस्तावित हैं। यह परीक्षा कुल 8140 परीक्षा केन्द्रों पर होगी, जिनमें 576 राजकीय, 3446 सहायता प्राप्त व 4118 स्ववित्तपोषित विद्यालय हैं। परीक्षा में 27,32,216 हाईस्कूल एवं 27,05,017 इण्टरमीडिएट कुल 54,37,233 परीक्षार्थी प्रतिभाग करेंगे। उन्होंने बोर्ड परीक्षाओं को शांतिपूर्ण व पारदर्शी तरीके से संपन्न कराने के सख्त निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि परीक्षाओं में नकल की कोई गुंजाइश नहीं रहनी चाहिये। परीक्षा के पूर्व परीक्षा केन्दों का शत-प्रतिशत निरीक्षण कराकर यह सुनिश्चित कर लिया जाये कि सभी केन्द्रों पर आधारभूत सुविधायें उपलब्ध हैं।

उन्होंने कहा कि 17 जनपदों-आगरा, मथुरा, बागपत, अलीगढ़, मैनपुरी, एटा, हरदोई, आजमगढ़, बलिया, मऊ, प्रयागराज, कौशांबी, चंदौली, जौनपुर, गाज़ीपुर, देवरिया व गोंडा को अति संवेदनशील घोषित किया गया है। इन जनपदों में विशेष तौर पर सतर्कता बरती जाये। एसटीएफ और एलआईयू के द्वारा इन केन्द्रों की विशेष निगरानी रखी जाये। उन्होंने यह भी कहा कि परीक्षार्थियों को परीक्षा केन्द्र पर समय से पहुंचने में असुविधा नहीं होनी चाहिये। परीक्षा समयानुसार बसों का नियमित संचालन किया जाये। परीक्षार्थियों को कहीं भी अनावश्यक रूप से न रोका जाये। परीक्षा के दौरान ध्वनि विस्तारक यंत्रों के प्रयोग पर प्रतिबंध लगाया जाये। प्रयागराज, अयोध्या, बनारस के परीक्षा केंद्रों के पास पुलिस द्वारा अनावश्यक एनाउन्समेंट न किया जाये। इसके अलावा परीक्षा के दौरान निर्बाध विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाये।

उन्होंने नकल माफियाओं और असमाजितक तत्वों पर विशेष निगरानी रखते हुए सख्त कार्रवाई करने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि परीक्षा कार्य में बाधक तत्वों के विरुद्ध संज्ञेय अपराध के अंतर्गत कार्यवाही की जाये। स्ट्रांग रूम की 24X7 सीसीटीवी के माध्यम से ऑनलाइन निगरानी रखी जाये और सुरक्षा के लिये सशस्त्र बल की तैनाती की जाये। प्रश्नपत्रों की सुरक्षा के दृष्टिगत परीक्षा केन्द्रों के स्ट्रांग रूम का टीम बनाकर आकस्मिक निरीक्षण भी कराया जाये। उन्होंने कहा कि अनुचित मुद्रण अथवा प्रकाशन तथा सोशल मीडिया आदि पर अफवाह फैलाने वाले व्यक्तियों पर कठोर कार्यवाही की जाये। परीक्षा समाप्ति के उपरान्त उत्तर पुस्तिकाएं परीक्षा केन्द्रों से संकलन केन्द्रों को अनिवार्य रूप से पुलिस अभिरक्षा में ही प्रेषित किया जाये। उन्होंने परीक्षा केन्द्रों के चारों तरफ साफ-सफाई, प्राथमिक उपचार की व्यवस्था आदि सुनिश्चित कराने के भी निर्देश दिये।

बैठक में अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा दीपक कुमार ने बताया कि परीक्षाओं को नकलविहीन और निष्पक्षता के साथ सुनिश्चित कराने के लिए नवीन व्यवस्थायें की गई हैं, जिसमें सभी जनपदों व परीक्षा केन्द्रों पर मुख्य विषय के लिये प्रश्नपत्रों के अतिरिक्त आरक्षित सेट्स, प्रश्नपत्रों में केन्द्रवार कोड़िग, परीक्षा केन्द्रों के निर्धारण सम्बन्धी आपत्तियाँ/शिकायत ऑनलाइन दर्ज कराने की व्यवस्था शामिल है। उन्होंने बताया कि प्रयोगात्मक परीक्षा में परीक्षकों की जिओ फेंसिंग उपस्थिति और मोबाइल एप व पोर्टल पर ऑनलाइन अंक अपलोड करने की व्यवस्था भी कराई गई है। मुख्य और सप्लीमेंट्री उत्तर पुस्तिकाओं में पृष्ठ संख्या का मुद्रण कराया गया है। प्रमाण पत्र सह अंक का मुद्रण नान टीयरेबल एवं वाटर प्रूफ पेपर पर किया जायेगा, जिसका सनलाइट रिफ्लेक्टिव लोगो से प्राथमिक सत्यापन किया जा सकता है। बैठक में सचिव माध्यमिक शिक्षा भगवती सिंह, निदेशक माध्यमिक शिक्षा कंचन वर्मा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com