अहमदाबाद। अदाणी ग्रीन एनर्जी ने गुरुवार को कहा कि कंपनी श्रीलंका में चल रहे रिन्यूएबल एनर्जी (आरई) विंड एनर्जी प्रोजेक्ट्स और दो ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट्स से खुद को अलग कर रही है।
अदाणी ग्रुप के प्रवक्ता ने बयान में कहा कि अदाणी ग्रीन एनर्जी के बोर्ड ने श्रीलंका में आरई विंड एनर्जी प्रोजेक्ट्स और दो ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट्स से सम्मानपूर्वक हटने का निर्णय लिया है।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि हम श्रीलंका के लिए प्रतिबद्ध हैं और अगर श्रीलंका सरकार चाहे तो हम भविष्य में सहयोग के लिए तैयार हैं।
सरकार द्वारा नियुक्त की गई कमेटियों के साथ अदाणी ग्रीन की टीम ने कई राउंड की बातचीत की थी और जहां यह प्रोजेक्ट्स और इससे जुड़ी ट्रांसमिशन लाइनें लगाई जानी थीं, उन साइट्स के विकास पर अब तक कंपनी ने करीब 5 मिलियन डॉलर खर्च किए हैं।
अदाणी ग्रीन को श्रीलंका के मन्नार और पूनरी में 484 मेगावाट के दो विंड पावर प्रोजेक्ट्स मिले थे और इनमें 6,177 करोड़ रुपये का निवेश होना था।
मई 2024 में अदाणी ग्रीन एनर्जी और श्रीलंकाई सरकार ने देश के उत्तरी प्रांतों मन्नार और पूनरी में दो विंड एनर्जी स्टेशन विकसित करने के लिए 20 साल का बिजली-खरीद समझौता किया था।
अदाणी ग्रीन एनर्जी ने फरवरी 2023 में श्रीलंका के उत्तरी प्रांत मन्नार शहर और पूनरी गांव में 484 मेगावाट के विंड ऊर्जा प्लांट को विकसित करने और 442 मिलियन डॉलर का निवेश करने की मंजूरी हासिल की थी।
इसके अलावा अदाणी ग्रुप श्रीलंका के कोलंबो में मौजूद सबसे बड़े पोर्ट में 700 मिलियन डॉलर की लागत से एक टर्मिनल प्रोजेक्ट बना रहा है।
भविष्य में मजबूत आय की संभावना के चलते रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने अदाणी ग्रीन रिस्ट्रिक्टेड ग्रुप 1 (आरजी) की दीर्घकालिक बैंक सुविधाओं और गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर पर अपने आउटलुक को स्टेबल से पॉजिटिव कर दिया है और रेटिंग को क्रिसिल एए+ पर बरकरार रखा है।
क्रिसिल ने आगे कहा था कि 2024 में अदाणी ग्रीन रिस्ट्रिक्टेड ग्रुप 1 का प्लांट लोड फैक्टर पी90 से बेहतर था, जिससे आगे भी बेहतर प्रदर्शन और आसानी से डेट सर्विसिंग की उम्मीद है।