हालांकि, केंटकी के रिपबल्किन सीनेटर मिच मैककोनेल ने गबार्ड के पुष्टिकरण का विरोध किया और डेमोक्रेट्स का साथ दिया था. संसद से पुष्टि होने के बाद तुलसी अमेरिका की खुफिया एजेंसी को लीड करने वाली पहली हिंदू महिला बन गईं.
18 खुफिया एजेंसियों का नेतृत्व करेंगी तुलसी गबार्ड
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, तुलसी गबार्ड निदेशक के रूप में सीआईए, एफबीआई और एनएसए सहित अमेरिका की 18 खूफिया एजेंसियों को लीड करेंगी. वे लगभग 70 बिलियन डॉलर के बजट का प्रबंधन करेंगी.
तुलसी पर लगे ये आरोप
बता दें, तुलसी पर यूक्रेन के प्रति कम समर्थन, विदेशी खुफिया निगरानी अधिनियम की धारा 702 के तहत उनके बदलते रुख, सीरिया के पूर्व राष्ट्रपति के साथ 2017 में हुई उनकी बैठक सहित अन्य आरोप हैं. इन वजह से तुलसी को रिपब्लिकन सीनेटरों के विरोध का सामना करना पड़ा.
रिपब्लिकन सीनेटर ने इसलिए किया विरोध
रिपोर्ट के मुताबिक, मिच मैककोनेल ने गबार्ड के खिलाफ वोटिंग करने के बाद एक बयान जारी किया. बयान में उन्होंने कहा तुलसी के फैसलों में खतरनाक चूक का इतिहास रहा है. वहीं, अलास्का की लिसा मुर्कोव्स्की, इंडियाना के टॉड यंग और मेन सीनेटर सुसान कोलिन्स सहित कई प्रमुख स्विंग सीनेटरों ने तुलसी गबार्ड का समर्थन किया.
सीनेटरों से क्या बोलीं तुलसी गबार्ड
माीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सीनेटरों से तुलसी गबार्ड ने कहा कि लंबे समय से दोषपूर्ण, अपर्याप्त और हथियारबंद खुफिया जानकारी मिलने के वजह से अमेरिका को कई बार विफलताओं का सामना करना पड़ा है. इससे अमेरिका की सुरक्षा को भी नुकसान पहुंचा है.
तुलसी से मिले पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की दो दिवसीय यात्रा पर हैं. इस दौरान, उन्होंने तुलसी से मुलाकात की. बुधवार को तुलसी से मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा कि वाशिंगटन डीसी में अमेरिका की इंटेलिजेंस डायरेक्टर तुलसी गबार्ड ले मिला. मैंने उन्हें बधाई दी. हमने भारत और अमेरिका के संबंधों को और मजबूत करने पर विचार किया.