पीएम मोदी दो दिवसीय अमेरिकी दौरे पर हैं. इस दौरान उनकी मुलाकात अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से होगी. इस बीच व्यापार, रक्षा, ऊर्जा सहयोग और एच-1 वीजा जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा हो सकती है.
पीएम नरेंद्र मोदी फ्रांस दौरे के बाद अब अमेरिका के दो दिवसीय यात्रा पर हैं. तिरंगे की छांव में पीएम मोदी का एयरपोर्ट पर जोरदार स्वागत हुआ. इस दौरान हल्की बारिश हो रही थी. आज पीएम मोदी की मुलाकात अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से होने वाली है. पीएम मोदी साउथ एशिया के पहले राष्ट्राध्यक्ष होंगे, जो ट्रंप से उनके दूसरे कार्यकाल में सबसे पहले मुलाकात करेंगे.
इस दौरान पीएम मोदी अहम मुद्दों पर चर्चा कर सकते हैं. यूक्रेन-रूस जंग को लेकर शांति की कवायदें आरंभ हो चुकी हैं. दो दिवसीय दौरे पर व्यापार, रक्षा और ऊर्जा सहयोग जैसे मुद्दों पर ट्रंप से चर्चा करने वाले हैं. इस दौरान एच-1 वीजा, आतंकवाद, भारत-प्रशांत क्षेत्र को लेकर खास बातचीत हो सकती है. ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में पीएम मोदी की पहली अमेरिकी यात्रा है.
गर्मजोशी से स्वागत
प्रधानमंत्री मोदी जब अमेरिका के जॉइंट एंड्रयूज बेस पर पहुंचे तो यहां भारतीय समुदाय ने उनका जोरदार स्वागत किया. उनकी एक झलक पाने के लिए भारतीय समुदाय के कई लोग पहले से ही मौजूद थे. यहां से पीएम अतिथि गृह की ओर रवाना हुए. वे अमेरिकी राष्ट्रपति अतिथि गृह ब्लेयर हाउस में ठहरे हैं.
अमेरिका सहयोग को आगे बढ़ाने की कोशिश
पीएम मोदी अमेरिकी राजधानी शहर के बीचों-बीच अतिथि गृह ब्लेयर हाउस में रुके हैं. यहां से वे ट्रंप से मिलने जाएंगे. पीएम मोदी की प्राथमिकता होगी कि ट्रंप की टैरिफ नीति से देश पर असर न आए. इससे देश के संबंधों पर असर होगा. भारत-अमेरिका दोनों व्यापार में हाई टैरिफ से बचने की कोशिश में हैं. इसके लिए नए विकल्प को खोजे जा सकते हैं. इस बैठक में व्यापार, निवेश, ऊर्जा, रक्षा, प्रौद्योगिकी और आव्रजन जैसे क्षेत्रों में अमेरिका सहयोग को आगे बढ़ाने की कोशिश होगी.
ट्रंप के रुख को बदलने की कोशिश
कयास लगाए जा रहे हैं कि पीएम मोदी और ट्रंप के बीच सबसे बड़ा मुद्दा व्यापार का होगा. आपको बता दें कि पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा ऐसे समय पर हो रही है, जब ट्रंप ने वैश्विक इस्पात और एल्यूमीनियम आयात पर 25 प्रतिशत टैरिफ का ऐलान किया है. इस फैसले का असर अमेरिका को इस्पात और एल्यूमीनियम को निर्यात करने वाली भारतीय फर्मों पर पड़ने वाला है. इस मुद्दे पर पीएम मोदी ट्रंप के रुख बदलने की कोशिश कर सकते हैं.