‘सिंगल-स्क्रीन थिएटर बंद हो रहे हैं’
उन्होंने राज्यसभा में केंद्रीय बजट 2025-26 पर चर्चा के दौरान सरकार पर फिल्म उद्योग को खत्म करने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए कहा कि दिहाड़ी मजदूरों का जिंदा रहना मुश्किल हो गया है और सिंगल-स्क्रीन थिएटर बंद हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि लोग सिनेमा हॉल नहीं जा रहे हैं क्योंकि सब कुछ बहुत महंगा हो गया है.
‘यह इंडस्ट्री विश्व को भारत से जोड़ती है’
जया बच्चन ने कहा – ‘आपने एक उद्योग को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया है. पहले की सरकारें भी यही काम करती रहीं, लेकिन आप इसे अगले लेवल पर ले गए हैं. आपने फिल्म और मनोरंजन जगत को पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया है, क्योंकि आप उनका इस्तेमाल केवल अपने उद्देश्य के लिए करते हैं. आप क्या इस इंडस्ट्री को खत्म करना चाहते हैं?
‘कृपया उन्हें बख्श दीजिए’
इसके आगे उन्होंने कहा- ‘मैं अपने फिल्म उद्योग की ओर से बोल रही हूं और ऑडियो-विजुअल उद्योग की ओर से इस सदन से अनुरोध कर रही हूं कि कृपया उन्हें बख्श दीजिए. प्लीज उन पर कुछ दया कीजिए.’
‘यह एक बहुत कठिन उद्योग है’
सांसद ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से इस मुद्दे पर बहुत गंभीरता से विचार करने की गुजारिश करते हुए कहा – ‘यह एक बहुत कठिन उद्योग है. मैं वित्त मंत्री से अनुरोध करती हूं कि वह इस पर विचार करें और प्लीज इस उद्योग को जीवित रखने में मदद करने के लिए कुछ लाएं.’