अमेरिका में ट्रंप प्रशासन ने एक और विवादित कदम उठाते हुए मैक्सिको से लगी दक्षिणी सीमा को पार करके देश में शरण मांगने वाले अवैध प्रवासियों के प्रवेश पर रोक लगाने का फैसला किया है। इसका उद्देश्य उन हजारों लोगों खासकर तीन लैटिन अमेरिकी देशों होंडुरस, ग्वाटेमाल और अलसल्वाडोर के लोगों को देश में आने से और यहां के शरणार्थी कानून के अनुचित इस्तेमाल को रोकना है। तीन देशों के हजारों लोग अमेरिका की ओर बढ़ रहे हैं।
ट्रंप प्रशासन ने अमेरिका की ओर बढ़ रहे तीन देशों के लोगों को रोकने के लिए उठाया कदम
ट्रंप प्रशासन के इस फैसले का अमेरिका में कई अधिकार संगठन विरोध कर रहे हैं। न्याय विभाग और गृह विभाग ने संयुक्त रूप से बृहस्पतिवार को एक नियम प्रकाशित किया है, जो शरण पाने का दावा करने वाले कुछ लोगों के मैक्सिको से अमेरिका में प्रवेश करने पर रोक लगाता है।
अधिकारियों ने बताया कि योजना के पूरी तरह अमल में आने पर अमेरिका में दक्षिणी सीमा से प्रवेश करने वाले प्रवासी तब ही शरण पाने के हकदार होंगे अगर वे प्रवेश के लिए बने आधिकारिक बंदरगाहों जैसी जगहों से प्रवेश कर शरण पाने का दावा करते हैं। ऐसा करके राष्ट्रपति ट्रंप अमेरिका में ऐसे बाहरी लोगों के प्रवेश पर पाबंदी लगाने के लिए अपने अधिकारों का प्रयोग कर रहे हैं, अगर उन्हें लगता है कि ऐसा करना देशहित में है।
ट्रंप नए निर्देशों पर कर सकते हैं दस्तखत
ऐसी भी उम्मीद की जा रही है कि राष्ट्रपति ऐसे निर्देशों पर दस्तखत कर सकते हैं, जिनमें प्रवासियों को नई शरणार्थी सीमा का विषय माना जाएगा। हालांकि अधिकारियों ने ये स्पष्ट नहीं किया कि ये प्रतिबंध किन पर लागू होगा। बीते पांच साल में ऐसे लोगों की संख्या में दो हजार फीसदी की बढ़ोतरी हुई है जो अमेरिका शरण पाने का दावा करते हैं। 2008 में अमेरिका में प्रवेश पाने के इच्छुक लोगों की संख्या 5000 हजार थी जो 2018 में बढ़कर 97 हजार तक पहुंच गई।