लखनऊ/ मथुरा/ आगरा: उत्तरी कमान 12 फरवरी 2025 को उत्तर प्रदेश के मथुरा सैन्य छावनी में एक प्रतिष्ठित अलंकरण समारोह के दौरान अपने वीर और प्रतिष्ठित सैनिकों और इकाइयों को अलंकृत करेगा। यह कार्यक्रम पुरस्कार विजेताओं को उनकी बहादुरी के असाधारण कार्यों एवं कर्तव्य के प्रति अटूट समर्पण और राष्ट्र के प्रति विशिष्ट सेवा के लिए सम्मानित करने के लिए एक मंच के रूप में काम करेगा।
उत्तरी कमान और इकाइयों के सैनिकों ने असाधारण साहस का प्रदर्शन करते हुए अक्सर अपनी मातृभूमि की संप्रभुता और सुरक्षा की रक्षा के लिए अपने जीवन को दांव पर लगा दिया है। उनके उल्लेखनीय कार्य और बलिदान उच्चतम मानकों जैसे असाधारण वीरता, अदम्य साहस, समर्पण और प्रतिबद्धता के उदाहरण है जो भारतीय सेना के चरित्र को परिभाषित करते हैं।
इस समारोह के माध्यम से सेना न केवल अपने सैनिकों की व्यक्तिगत और सामूहिक उपलब्धियों का जश्न मनाती है, बल्कि निष्ठा, निस्वार्थता और देशभक्ति के मूल्यों को भी रेखांकित करती है जो इसके उद्देश्य का अभिन्न अंग हैं। अलंकरण समारोह राष्ट्र की सुरक्षा और स्वतंत्रता को बनाए रखने में इन नायकों द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका का एक गंभीर अनुस्मारक है, जो भविष्य की पीढ़ियों को उत्कृष्टता और सेवा की विरासत को जारी रखने के लिए प्रेरित करता है।
देश की सबसे पुरानी सैन्य छावनियों में से मथुरा सैन्य छावनी को इसकी समृद्ध संस्कृति और परंपराओं के कारण आयोजन स्थल के रूप में चुना गया है। लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचिंद्र कुमार, पीवीएसएम, एवीएसएम, वाईएसएम, वीएसएम, जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (जीओसी-इन-सी), उत्तरी कमान द्वारा उत्तरी कमान के सैन्य अधिकारियों और सैनिकों को उनके कर्तव्य से परे बहादुरी के कार्यों और राष्ट्र के लिए विशिष्ट सेवा के लिए वीरता और विशिष्ट सेवा पुरस्कारों से सम्मानित किया जाएगा। इस दौरान विभिन्न इकाइयों को उनके असाधारण व्यावसायिकता और अद्वितीय उपलब्धियों के सम्मान में जीओसी-इन-सी यूनिट प्रशंसा पत्र से भी सम्मानित किया जाएगा।
समारोह में बड़ी संख्या में सैन्यकर्मी, नागरिक गणमान्य व्यक्ति और पुरस्कार विजेताओं के गौरवान्वित परिवार के सदस्य उपस्थित रहेंगे।