पहली बार मताधिकार का प्रयोग कर रहे दौलत शर्मा ने कहा कि उन्होंने रोजगार और बदलाव के पक्ष में मतदान किया है। दिल्ली में मुद्दे वही रहेंगे, दिल्ली में विकास होना चाहिए और युवाओं को रोजगार मिलना चाहिए। हमने देखा है कि युवा नौकरी पाने के लिए कैसे संघर्ष कर रहे हैं। हालांकि दिल्ली में कई लोगों ने वादा किया था कि यमुना को साफ किया जाएगा और स्कूलों में सुधार किया जाएगा, कुछ काम हुआ भी, लेकिन यमुना अभी भी साफ नहीं हुई है।
एक अन्य वोटर ने कहा कि रोजगार ही हमारा मुद्दा है। क्योंकि, शिक्षा पूरी करने के बाद सबसे बड़ी समस्या रोजगार की होती है। सरकार वादा तो करती है लेकिन उसे पूरा नहीं किया जाता है। हम चाहते हैं कि जो भी सरकार बने वह युवाओं के रोजगार के लिए काम करे। ज्यादा से ज्यादा नौकरियां लाई जाएं।
वहीं, अन्य फर्स्ट वोटरों का कहना था कि स्किल पर भी काम करने की जरूरत है। क्योंकि, स्किल के बिना रोजगार पाना संभव सा नहीं लगता है।
दिल्ली चुनाव को लेकर कुछ अन्य वोटरों ने कहा कि पहले से व्यवस्थाएं बेहतर हैं। पहले मतदान केंद्रों को लेकर काफी असमंजस की स्थिति रहती थी, लेकिन इस बार कागजों पर कलर-कोडिंग की गई है, जिससे यह काफी आसान हो गया है।
एक मतदाता ने कहा, दिल्ली में बदलाव बहुत बड़ी जरूरत है। दिल्ली की हालत देखिए- सड़कों पर पानी, बिजली की समस्या और हर जगह भ्रष्टाचार। लोगों ने केजरीवाल को वोट इसलिए दिया था कि वे भ्रष्टाचार को दूर करें, लेकिन वे खुद भ्रष्ट हो गए हैं। उन्हें हटाना बहुत जरूरी है। बदलाव होगा, होना ही चाहिए क्योंकि हर कोई बदलाव चाहता है।