फिल्म के बारे में हितेन ने कहा, “‘बैदा’ एक अनोखी फिल्म है, ऐसी फिल्म आम तौर पर भारतीय सिनेमा में बड़े पर्दे पर नहीं देखी जाती। हालांकि, इसमें साइंस-फिक्शन जैसे दिलचस्प तत्व हैं। ‘बैदा’ की कहानी आकर्षक है और यह कहानी ही फिल्म का असली हीरो है।”
‘बैदा’ में निभाए गए अपने किरदार को लेकर हितेन ने कहा, “फिल्म में मैं जो किरदार निभा रहा हूं, उसमें एनर्जी के साथ इमोशंस हैं और यह फिल्म के बेसिक प्लॉट (कथानक) को बनाने में महत्वपूर्ण है।”
फिल्म की शूटिंग गोरखपुर में भी हुई है। इस बारे में अभिनेता ने कहा, “गोरखपुर के पास एक गांव में कुछ बेहतरीन हाथ से बने सेट पर शूटिंग करना बहुत मजेदार था। मुझे यकीन है कि मेरे परिवार और दोस्तों के साथ दर्शक सिनेमा हॉल में ‘बैदा’ को देखकर रोमांचित होंगे और एक ऐसी कहानी का अनुभव करेंगे जो पहले कभी नहीं देखी गई।”
हिंदी पट्टी में भारत की पहली साई-फाई थ्रिलर बनाने के पीछे की कुछ जानकारी शेयर करते हुए निर्माता पुनीत ने कहा, “हमने स्थानीय कारीगरों और विशेषज्ञों को तीन मंजिल वाली झोपड़ी बनाने के लिए शामिल किया, जो बिना किसी मेटल का उपयोग किए लगभग 600 किलोग्राम वजन उठा सकती है। ‘बैदा’ को सभी एज ग्रुप के लोग पसंद करेंगे।”
फिल्म में सुधांशु मुख्य अभिनेता की भूमिका में हैं। उन्होंने फिल्म की कहानी भी लिखी है। उन्होंने कहा, “‘बैदा’ एक भ्रम की दुनिया है, जहां एक आदमी जीवन और मृत्यु के दुष्चक्र में फंस जाता है। उसके साथ होने वाली अप्रत्याशित घटनाओं और उसके रास्ते में आने वाले किरदारों ने मिलकर इस कहानी को बुना है जो समय और आयामों के दायरे से परे है। बैदा के साथ मैंने अपने प्रशंसकों से दो घंटे के मनोरंजन और रोमांच के एक बेहतरीन मिश्रण का वादा किया है। मुझे यकीन है कि दर्शक इसे देखकर खुश होंगे।”
गोरखपुर के पास एक छोटे से गांव में शूट की गई बैदा 21 मार्च को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।