प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, मुझे बताया गया कि ये ओडिशा में अब तक की सबसे बड़ी बिजनेस समिट है. पहले के मुकाबले पांच-छह गुना ज्यादा इन्वेस्टर्स इसमें शामिल हो रहे हैं.
‘पूर्वी भारत को देश के विकास का ग्रोथ इंजन’
पीएम मोदी ने कहा कि, “मैं पूर्वी भारत को देश के विकास का ग्रोथ इंजन मानता हूं और ओडिशा की इसमें एक बड़ी भूमिका है, इतिहास साक्षी है कि जब ग्लोबल ग्रोथ में भारत की एक बड़ी हिस्सेदारी थी तब पूर्वी भारत का अहम योगदान था. पूर्वी भारत में देश के बड़े इंडस्ट्रियल हब थे, पोर्ट्स थे, ट्रेड हब थे, ओडिशा की इसमें बड़ी हिस्सेदारी भी थी. ओडिशा साउथ-ईस्ट एशिया में होने वाले ट्रेड का प्रमुख सेंटर हुआ करता था. यहां के प्राचीन पोर्ट्स एक प्रकार से भारत के गेटवे हुआ करते थे, आज भी ओडिशा में हर वर्ष बाली जात्रा मनाई जाती है.”
अपनी गौरवशाली विरासत को रिवाइव कर रहा ओडिशा- पीएम
पीएम मोदी ने कहा कि अभी इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जी आए थे वो यहां तक बोल गए कि मेरे डीएनए में शायद ओडिशा है. ये ओडिशा उस लेगेसी को सेलिब्रेट करती है जो ओडिशा को साउथ ईस्ट एशिया से जोड़ती है. अब 21वीं सदी में ओडिशा अपनी उस गौरवशाली विरासत को फिर से रिवाइव करने में जुट गया है. हाल में ही सिंगापुर के राष्ट्रपति ओडिशा होकर गए हैं.